विजय गर्ग
हरित रसायन रसायन शास्त्र की एक ऐसी शाखा है, जिसमें रसायनों के निर्माण, उपयोग और निपटान के दौरान पर्यावरण के अनुकूल और सुरक्षित तरीकों का प्रयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य रसायनों के उत्पादन और उपयोग से होने वाले पर्यावरणीय प्रभावों को कम करना है। हरित रसायन की अवधारणा पाल एंथनी ट्रो की थी। उन्होंने नब्बे के दशक में हरित रसायन के सिद्धांतों को विकसित किया और इसे व्यापक रूप से प्रस्तुत किया। उनके अनुसार, ‘रसायनों के उत्पादन और उपयोग के तरीके, जो मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए कम से कम हानिकारक हों, हरित रसायन हैं।’
पाल एंथनी ने हरित रसायन के बारह सिद्धांत भी प्रस्तुत किए। यह रसायन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रसायनों के उपयोग को कम करता है, जिससे स्वास्थ्य सुरक्षा में मदद मिलती है। इससे एक नई जीवन शैली बन रही है। दरअसल, हरित रसायन संसाधनों की बचत करता है, क्योंकि इसमें रसायनों का न्यूनतम उपयोग किया जाता है। साथ ही ऊर्जा की बचत करता है, क्योंकि इसमें ऊर्जा कुशल प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है। यह रसायन आर्थिक लाभ प्रदान करता है, क्योंकि इसमें रसायनों का न्यूनतम उपयोग किया जाता है, जिससे लागत कम होती है। यह भावी पीढ़ियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ पर्यावरण बनाने में मदद करता है। इस रसायन की इसलिए आवश्यकता है कि हम पर्यावरण, स्वास्थ्य और संसाधनों की सुरक्षा कर सकें और एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ सकें।
हरित रसायन मृदा जीवन का संरक्षण करता है। यह रसायन मृदा प्रदूषण दूषण की रोकथाम करता है। वहीं यह ऊर्जा कुशल प्रक्रियाओं का उपयोग करता है, जिससे कम ऊर्जा की खपत होती है। खपत होती है। हरित रसायनों का उदाहरण हैं- जैविक उर्वरक, जैसे खाद और हरित खाद । जैविक कीटनाशक, जैसे कि नीम का तेल और डायटोमेसियस। इसी तरह हरित ईंधन का मतलब जैविक ईंधन, बायोगैस और हाइड्रोजन ईंधन। हरित धातु, जैसे तांबा, जस्ता और एल्युमिनियम, जो प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं। इन उदाहरणों से पता चलता है कि हरित रसायन का विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता सकता है। ये पर्यावरण के अनुकूल हो सकते हैं। जैविक खेती और हरित रसायन एक दूसरे के पूरक हैं और पर्यावरण अनुकूल खेती के लिए महत्त्वपूर्ण त्वपूर्ण हैं। जैविक खेती में रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता है, बल्कि प्राकृतिक तरीकों से फसलों का उत्पादन किया जाता है। जैविक खेती और हरित रसायन से पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित होता हानिकारक रसायनों के उपयोग को कम करते हैं। फसलों की गुणवत् और मिट्टी की उर्वरता में सुधार करते हैं। जल संरक्षण में मदद करते हैं। दूसरी ओर, हरित रसायन और उद्योगीकरण के बीच गहरा संबंध है। यह उद्योगीकरण को अधिक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करता है। रसायनों के न्यूनतम उपयोग को बढ़ावा देता है, जिससे उद्योगों में रसायनों का उपयोग कम होता है। यह प्रदूषण नियंत्रण में मदद करता है।
नीतिगत समर्थन की कमी हरित रसायन के लिए दुश्मन है, क्योंकि यह इस रसायन के विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक नीतियों को लागू नहीं करती है। इसलिए हमें हरित रसायन के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके विकास को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए। हरित रसायन विज्ञान एक उत्पादन प्रक्रिया है, जो प्रदूषण में कमी लाती है। दैनिक जीवन में उपयोग के लिहाज से देखें तो हरित रसायन का उपयोग दैनिक जीवन में कपड़े की ड्राईक्लीनिंग और गंदे पानी को साफ करने के लिए भी किया जाता है। अब समय आ गया है
अनुकूल कि दोबारा इस्तेमाल में आने लायक सामग्री का लोग अधिक से अधिक उपयोग करें। जैविक खेती को बढ़ावा दें और जैविक उत्पादों का सेवन करें। ऊर्जा संचयन करने वाले उपकरणों का उपयोग करें। हरित भवन निर्माण को बढ़ावा दें और ऊर्जा कुशल भवनों में रहने का प्रयास करें। इन तरीकों से, एक आम आदमी हरित रसायन का उपयोग कर पर्यावरण बचाने में योगदान कर सकता है। हरित भवन के निर्माण में हरित रसायन का उपयोग किया जा सकता है, ताकि भवन पर्यावरण के हो और भवन के निवासियों के स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़े। हरित रसायन का उपयोग करके ऊर्जा दक्षता में भी सुधार किया जा सकता है, जैसे ऊर्जा- कुशल खिड़कियां और दरवाजे इस रसायन का उपयोग कर- के पानी की बचत भी की जा सकती है। इसी तरह हवा की गुणवत्ता में सुधार किया सकता है। । इस तरह पर्यावरण के अनुकूल और भवन बनाए जा सकते हैं। हरित जीवन शैली एक ऐसी जीवन शैली है, जो पर्यावरण बनाए रखती है। इसमें व्यक्ति अपने दैनिक में पर्यावरण के अनुकूल निर्णय लेता है और स्थायी तरीकों से जीता है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हमें जैविक उत्पादों का उपयोग करना होगा। कचरा प्रबंधन कर हम गंदगी को कम सकते हैं। हरित उत्पादों का उपयोग कर लोग हानिकारक रसायनों से बच सकते हैं। ईंधन से चलने वाले वाहनों की जगह यथासंभव साइकिल का उपयोग कर व्यक्ति एक हरित जीवन शैली जी सकता है और पर्यावरण की रक्षा योगदान कर सकता है। हरित जीवन शैली के लिए हरित रसायन एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। | हरित जीवन लिए हरित रसायन के
● जीवन कुछ मुख्य अनुप्रयोग हैं। इस रसायन का उपयोग करके स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का विकास किया जा सकता है, जैसे स्वच्छ पेंट, स्वच्छ ‘डिटर्जेंट’ और स्वच्छ ‘क्लीनिंग’ उत्पाद । हरित रसायन का उपयोग कर पानी की बचत करने वाले उत्पादों का विकास किया जा सकता है, जैसे पानी के फिल्टर और पानी बचाने वाले नहाने के नलके । इस रसायन का उपयोग कर कचरा प्रबंधन करने वाले उत्पादों का भी विकास किया जा सकता है, जैसे कचरा पुनर्चक्रण उत्पाद इन अनुप्रयोगों के माध्यम से हरित जीवन शैली को बढ़ावा मिलता है और पर्यावरण की रक्षा भी होती है। हरित रसायनों की वैश्विक स्थिति और उपयोग व्यापक है। ग्रीन कंप्यूटिंग या ग्रीन आइटी, पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ कंप्यूटिंग या आइटी को संदर्भित करती है। इसके लक्ष्य हरित रसायन के समान हैं। इसका उद्देश्य खतरनाक पदार्थों के उपयोग को कम करना, उत्पाद की जीवन अवधि के दौरान ऊर्जा की बचत को अधिकतम करना तथा मृत पदार्थों तथा कारखानों 1 के कचरे की पुनर्चक्रण प्रक्रिया और जैविक अपघटन को बढ़ावा देना है। वर्ष 1992 में, अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी ने एनर्जी स्टार पर एक स्वैच्छिक लेबलिंग कार्यक्रम बनाया, जो जलवायु नियंत्रक उपकरणों तथा अन्य प्रौद्योगिकियों में ऊर्जा की बचत को बढ़ावा देने और पहचानने के लिए डिजाइन किया गया था। इसके परिणामस्वरूप इलेक्ट्रानिक्स उपभोक्ताओं ने व्यापक रूप से ‘स्लीप मोड’ (ऊर्जा की खपत को कम करने वाली प्रणाली) को अपनाया। इसके बाद कई सरकारी एजेंसियों ने उन मानकों और नियमों को लागू करना जारी रखा है, जो ग्रीन कंप्यूटिंग को प्रोत्साहित करते हैं।