नई दिल्ली–रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत यात्रा पर,शाही डिनर से लेकर बड़ी डिफेंस डील तक; जानें सब कुछ
आज शाम पहुंचेंगे दिल्ली, पीएम मोदी देंगे प्राइवेट डिनर,इन बड़े समझौतों पर रहेगी नजर
नई दिल्ली (BNE )रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को भारत यात्रा पर पहुंच रहे है। उनकी इस यात्रा को लेकर सभी की निगाहें टिकी हैं। पिछले 4 वर्षों में यह उनकी पहली भारत यात्रा है। इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन (India-Russia Annual Summit) में हिस्सा लेंगे। यूक्रेन युद्ध और वैश्विक तनाव के बीच हो रही इस यात्रा पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हैं।
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पुतिन के इस 30 घंटे के दौरे में रक्षा, ऊर्जा और व्यापार समेत कई बड़े समझौतों पर मुहर लगने की उम्मीद है। आइए जानते हैं रूसी राष्ट्रपति का मिनट-टू-मिनट शेड्यूल।
आज शाम पहुंचेंगे दिल्ली, पीएम मोदी देंगे प्राइवेट डिनर
तय कार्यक्रम के मुताबिक, राष्ट्रपति पुतिन आज शाम करीब 7 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। उनके स्वागत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 लोक कल्याण मार्ग पर उनके सम्मान में एक निजी डिनर (Private Dinner) की मेजबानी करेंगे। यह मुलाकात दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत केमिस्ट्री और भारत-रूस की रणनीतिक साझेदारी के 25 साल पूरे होने का जश्न भी होगी।
5 दिसंबर (शुक्रवार): एक्शन पैक्ड रहेगा दिन
पुतिन के दौरे का सबसे अहम दिन शुक्रवार, 5 दिसंबर को होगा, जिसकी शुरुआत राष्ट्रपति भवन में औपचारिक ‘त्रि-सेवा गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ होगी। इसके पश्चात वे राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। सुबह करीब 11 बजे का वक्त 23वीं भारत-रूस द्विपक्षीय शिखर वार्ता के लिए तय है, जहां हैदराबाद हाउस में पीएम मोदी और पुतिन रक्षा, स्पेस और एनर्जी जैसे सेक्टर्स में अहम समझौते करेंगे और संयुक्त बयान जारी करेंगे। कूटनीतिक मुलाकातों के बाद, शाम 4 बजे दोनों नेता भारत मंडपम में ‘बिजनेस फोरम’ को संबोधित कर व्यापारिक रिश्तों को मजबूती देंगे। अंत में, शाम 7 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित स्टेट डिनर में शामिल होने के बाद, पुतिन उसी रात रूस के लिए वापस रवाना हो जाएंगे।
इन बड़े समझौतों पर रहेगी नजर
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, पुतिन के इस दौरे पर कई ऐतिहासिक और दूरगामी फैसले लिए जाने की संभावना है। दोनों देश एक महत्वपूर्ण ‘लेबर मोबिलिटी एग्रीमेंट’ को अंतिम रूप देने की तैयारी में हैं, जिसके तहत भारतीय कुशल और अर्ध-कुशल कामगारों के लिए रूस के निर्माण, स्वास्थ्य सेवा और आतिथ्य क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। कूटनीतिक चर्चाओं के बीच, रूसी सेना में कार्यरत भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और शीघ्र वतन वापसी का संवेदनशील मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के साथ मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और सिविल न्यूक्लियर सहयोग को लेकर भी बातचीत को आगे बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा, जिससे दोनों देशों के रक्षा और व्यापारिक संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे।
गौरतलब है कि पुतिन ने इससे पहले साल 2022 में भारत का दौरा किया था। अब 2025 में हो रही यह यात्रा दोनों देशों के पुराने और मजबूत रिश्तों को नई ऊंचाई देने वाली मानी जा रही है।










