LUCKNOW:मुख्यम्नत्री ने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की
डबल इंजन सरकार ने जनजातीय समुदाय को उसके अधिकार दिलाने का कार्य किया
मुख्यमंत्री जी आज जनपद सोनभद्र में धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा की 150वीं जयन्ती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने भगवान बिरसा मुण्डा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही, जनपद के सर्वांगीण विकास को समर्पित 548 करोड़ रुपये की 432 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया तथा विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र व चेक वितरित किए। उन्होंने मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला पुलिस कर्मियों के लिए 25 स्कूटी को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया तथा सोनभद्र के पर्यटन पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने जनजाति विकास पर आधारित प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया। कार्यक्रम में प्रदेश में जनजातियों के विकास के लिए सरकार द्वारा किये गए कार्यों तथा सोनभद्र के पर्यटन विकास पर आधारित लघु फिल्म भी दिखायी गयी। मुख्यमंत्री जी ने जनपद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने जनजातीय समुदाय को उसके अधिकार दिलाने का कार्य किया है। प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय गौरव के संरक्षण के लिए बलरामपुर के इमलिया कोडर में जनजातीय म्यूजियम और छात्रावास की स्थापना की गयी है। शीघ्र ही मिर्जापुर मण्डल में भी म्यूजियम की स्थापना की जाएगी। इससे जनजातीय गौरव की धरोहर सभी के लिए एक प्रेरणा बनेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में हमें जनजातीय गौरव दिवस के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। जनपद लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में 22 राज्यों की टीमों द्वारा प्रतिभाग किया गया, जिसमें अरुणाचल प्रदेश हमारा सहभागी राज्य रहा। हमारे जनजातीय समाज ने विरासत के साथ जुड़कर भारत की गौरव गाथा व परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। सोनभद्र के सलखन फॉसिल्स पार्क में 140 करोड़ वर्ष पुराने जीवाश्म के अवशेष प्राप्त हुए हैं। इसके माध्यम से दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में सम्मिलित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आध्यात्मिक दृष्टि से जनपद में शिवद्वार, पंचमुखी महादेव, कंटाकोट महादेव, ज्वालामुखी शक्तिपीठ, मुखा फॉल व हाथी नाला आदि जैसे महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल हैं। यहां पर बायो डायवर्सिटी पार्क इत्यादि हैं। उत्तर प्रदेश में पायी जाने वाली 15 जनजातियों में से 14 जनजाति सोनभद्र में मिलती हैं। देश में सबसे अधिक जनजातियां सोनभद्र जनपद में ही निवास करती हैं। इनकी कुल आबादी जनपद सोनभद्र में चार लाख से अधिक है। इन सभी जनजातियों का इतिहास मानवता के इतिहास के साथ जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने ‘पी0एम0 जनमन योजना’ के अन्तर्गत ‘धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान’ प्रारम्भ किया है। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के 517 जनजातीय ग्रामों में मूलभूत सुविधाओं के साथ उनके समग्र विकास के लिए सरकार कार्य कर रही है। प्रदेश की 11 लाख से अधिक जनजातीय आबादी के मध्य इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जा रहा है। इन सभी ग्रामों के सर्वांगीण विकास को दृष्टिगत रखते हुए ‘वन अधिकार कानून’ में संशोधन के उपरांत जनजातीय समाज के लोगों को पट्टा भी दिया जा रहा है। अब तक 23 हजार से अधिक लोगों को पट्टे आवंटित किये जा चुके हैं, जिससे जनजातीय लोगों को उनकी जमीन का मालिकाना हक प्राप्त हुआ है और किसी भी उत्पीड़न से मुक्ति मिली है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार भारत सरकार के साथ मिलकर प्रदेश की सभी जनजातियों को सभी प्रकार की योजनाओं से आच्छादित कर रही है। सभी को भूमि का पट्टा, आवास, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, घर में शौचालय, पत्रों को वृद्धावस्था या निराश्रित महिला पेंशन आदि से आच्छादित किया जा रहा है। उनके बच्चों के लिए आंगनबाड़ी व स्कूल की व्यवस्था की जा रही है। उन्हें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना और अन्य योजनाओं से अच्छादित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सोनभद्र में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है, जिसमें 120 छात्र तथा 120 छात्राएं आधुनिक शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के लिए विकासखण्ड रॉबर्ट्सगंज में आश्रम पद्धति विद्यालय तथा विकासखण्ड नदवा में आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय का निर्माण भी कराया जा रहा है। अनुसूचित जाति व जनजाति की छात्राओं हेतु एक राजकीय छात्रावास का भी निर्माण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में जनपद में चार पंडित दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति विद्यालय संचालित है, जहां आवासीय पठन-पाठन, निःशुल्क पुस्तक, पुस्तकालय, वस्त्र, स्मार्ट क्लासेस आदि की व्यवस्था के माध्यम से जनजातीय छात्र-छात्राओं को आधुनिक शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ाया जा रहा है। जनपद सोनभद्र के सभी विकास खण्डो में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। इनमें कक्षा 06 से कक्षा 12 तक छात्राएं एक ही परिसर में आवासीय सुविधा के साथ पठन-पाठन कर सकती हैं। अभ्युदय कोचिंग के माध्यम से जनजातीय छात्रों को नीट व आई0आई0टी0 जैसी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिरसा मुण्डा के संदेश के अनुरूप जनजातीय समाज को राष्ट्रप्रथम के भाव से जोड़ने के लिए सोनभद्र के जनजातीय युवाओं को टूरिस्ट गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। सरकार द्वारा जनजातीय समाज के अनुभवी वैद्यां की विशेषज्ञता व उनकी जड़ी बूटी औषधीय को प्रचारित करने का कार्य किया जा रहा है। इससे उनको अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद में विकास की विभिन्न परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है। सोनभद्र प्रदेश की ऊर्जा राजधानी के रूप में जाना जाता है। ओबरा में स्थित उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की इकाई में 1320 मेगावॉट क्षमता का प्लाण्ट लगाया गया है, जिसकी कुल लागत 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। इस परियोजना के साथ युवाओं के लिए नौकरी की नई सम्भावनाएं पैदा हुई हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद में 3,394 करोड़ रुपये लागत से निर्मित कनहर सिंचाई परियोजना के माध्यम से रॉबर्ट्सगंज, दुद्धी व ओबरा विधानसभा के 108 ग्रामों के 53 हजार से भी अधिक कृषक परिवारों को 35 हजार 467 हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा प्राप्त हुई है। जनजातीय ग्रामों में ‘हर घर नल योजना’ का अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है। पूर्ण संतृप्तीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूर्ण होने के उपरांत इसमें प्रवेश प्रारम्भ हो गया है। जिला चिकित्सालय की क्षमता बढ़ाकर 500 बेड कर दी गई है। आज निवेशक सोनभद्र की ओर आकर्षित हो रहे हैं। 02 लाख 05 हजार 981 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव जनपद में प्राप्त हुए हैं। इससे हजारों नौजवानों को रोजगार प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सोनभद्र जनपद में ग्रामीण क्षेत्र में 80 हजार 516 तथा शहरी क्षेत्र में 11 हजार 411 प्रधानमंत्री आवास दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 23 हजार 973 परिवारों को लाभान्वित किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 03 लाख 51 हजार 772 परिवारों को शौचालय की सुविधा दी गई है तथा 669 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले जंगल की लकड़ी या गोबर के उपलों से भोजन बनाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। उज्ज्वला योजना के माध्यम से धुएं से मुक्ति मिली है। जनपद में 02 लाख 51 हजार से अधिक निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। अब होली व दीपावली पर दो भरे हुए गैस सिलेण्डर मुफ्त दिए जाते हैं। 06 लाख 50 हजार से अधिक आयुष्मान कार्ड अकेले सोनभद्र जनपद में ही बनाए गए हैं। पी0एम0 स्वनिधि योजना के अन्तर्गत 08 हजार से अधिक स्ट्रीट वेण्डरों को लाभान्वित किया गया है।
अटल पेंशन योजना में 01 लाख 08 हजार 324, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में 06 लाख 86 हजार 87, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में 03 लाख 49 हजार 796 परिवारों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री जनधन योजना में 08 लाख 30 हजार 570 खाते खोले गए हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में 01 लाख 38 हजार 393 लाभार्थियों को ऋण दिया गया है। स्वामित्व योजना के अंतर्गत 9 हजार से अधिक लोगों को उनके निवास स्थान पर ही पट्टे उपलब्ध कराए गए हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 02 लाख 35 हजार 573 किसानों को लाभान्वित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पी0एम0 कुसुम योजना में 02 हजार 646 किसानों को सोलर पैनल उपलब्ध कराए गए हैं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 08 हजार 324 बेटियों का विवाह कराया गया है। 75 हजार 709 वृद्धजनों, 26 हजार 432 निराश्रित महिलाओं व 11 हजार 17 दिव्यांगों को पेंशन की सुविधा का लाभ जनपद सोनभद्र में दिया गया है। बी0सी0 सखी के माध्यम से लोगों को शासन की योजनाओं के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
कार्यक्रम को समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण व विधान परिषद सदस्य श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, समाज कल्याण राज्य मंत्री श्री संजीव गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।










