



LUCKNOW-राजभवन उच्च प्राथमिक विद्यालय में नवनिहाल बच्चों के लिए आयोजित हुआ प्रवेशोत्सव कार्यक्रम
कार्यक्रम की शुरुआत जनपद हरदोई के विकासखंड सांडी के प्राथमिक विद्यालय सनफरा के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा पीटी, योगा एवं डंबल के अद्भुत प्रदर्शन द्वारा हुई। ‘भारत माता की जय‘ एवं ‘वंदे मातरम‘ के उद्घोष के साथ ‘नन्हा मुन्ना राही हँू‘ गीत पर प्रस्तुत इन बच्चों का ऊर्जस्वी प्रदर्शन सभी के लिए अत्यंत प्रेरणादायक रहा। इसके पश्चात राजभवन उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के राजभवन बैंड द्वारा ‘सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा‘ की सुमधुर धुन बजाई गई।
इस अवसर पर स्केटिंग करते हुए बच्चों की अगवानी में सभी बच्चों ने छोटे लॉन से अन्नपूर्णा द्वार तक आकर्षक मार्च पास्ट किया। महिला सुरक्षाकर्मियों द्वारा बच्चों का पारंपरिक तिलक कर स्वागत किया गया। अन्नपूर्णा हॉल में सुरक्षाकर्मी अनिल शर्मा द्वारा प्रस्तुत बांसुरी वादन तथा विद्यालय के बच्चों द्वारा ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता‘ की प्रार्थना ने वातावरण को संगीतमय एवं आध्यात्मिक बना दिया। राज्यपाल जी की गरिमामयी उपस्थिति में बच्चों के लिए सामूहिक भोज का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल जी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब कोई बोले तो ध्यान से सुनना चाहिए और पढ़ते समय मन को एकाग्र रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने सबको प्रतिभा, ज्ञान और शक्ति दी है, जरूरत है उसे पहचानने की। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने और अपनी प्रतिभा को पहचानने का आह्वान किया।
राज्यपाल जी ने अपने संबोधन में कहा कि वैज्ञानिक शोधों के अनुसार 08 वर्ष की आयु तक बच्चों कोे जो सिखाया जाता है, उसे वे 80 प्रतिशत तक आत्मसात करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि माता के गर्भ से ही बच्चे में सीखने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। माता-पिता तथा घर के वातावरण का बच्चों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने बताया कि कैसे आंगनबाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की आदतें, व्यवहार और सीखने की प्रक्रिया आकार लेती है। राज्यपाल जी ने कहा कि प्रत्येक बच्चों को विद्यालय मंे लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। 03 साल के बच्चों का आंगनवाड़ी में नामांकन व 06 साल पूर्ण होने पर उन्हें अनिवार्य रूप से प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश करवाना चाहिए।
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में जनपद हरदोई के प्राथमिक विद्यालय सनफरा के बच्चों के ऊर्जस्वी प्रदर्शन की राज्यपाल जी ने सराहना की एवं इसे अद्भुत बताया। उन्होंने कहा कि राजभवन उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए भी इसी प्रकार का प्रशिक्षण करवाया जाना चाहिए।
राज्यपाल जी ने कहा कि छोटी उम्र में भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है। इस क्रम में उन्होंने राजभवन बैंड एवं (सी0पी0सी0) स्टूडेंट पुलिस कैडेट के बच्चों के प्रशिक्षण को उदाहरण स्वरूप प्रस्तुत करते हुए बताया कि कैसे अल्पावधि में भी उचित मार्गदर्शन से बच्चे श्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि राजभवन में बच्चों से सांस्कृतिक प्रवृत्तियाँ करवाई जाती हैं, उनके लिए पुस्तकालय की सुविधा है तथा परम्परागत खेल व अन्य विविध गतिविधियों में बच्चों की सक्रिय प्रतिभागिता होती है।
राज्यपाल जी ने गुजरात में प्रवेशोत्सव के दौरान स्वास्थ्य शिविर एवं स्वच्छता अभियान के अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित शिक्षकों एवं गणमान्य अतिथियों को ‘राजभवन बैंड‘ तथा ‘लोकहित के मुख्य स्वर’ नामक पुस्तक भी भेंट की।
कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव, राज्यपाल, डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण है, जब उत्तर प्रदेश के किसी विद्यालय में पहली बार प्रवेश उत्सव इस तरह से मनाया जा रहा है। उन्होंने राज्यपाल जी की दूरदर्शिता, नेतृत्व क्षमता तथा जनकल्याणकारी सोच की सराहना की। उन्होंने बताया कि 23 जून से 01 जुलाई तक राजभवन द्वारा आयोजित 13 नामांकन प्रोत्साहन शिविरों में 100 बच्चों को चिन्हित किया गया, जिनमें से 51 बच्चों का नामांकन हो चुका है।
उन्होंने कहा कि गुजरात के हर गाँव में प्रवेश उत्सव कार्यक्रम के कारण शिक्षा की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हुई। उन्होंने कहा कि यदि नेतृत्व सक्षम है तो विकास होगा। उन्होंने कहा कि जब ममता, नीति से मिले और करुणा नेतृत्व से जुड़े, तो शिक्षा केवल अधिकार नहीं, बल्कि जीवन का उत्सव बन जाती है।
कार्यक्रम में राजभवन विद्यालय में नामांकन प्रोत्साहन के लिए किए गए प्रयासों को एक वीडियो फिल्म के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में राजभवन विद्यालय की छात्रा काव्या ने ‘पानी अनमोल है‘ विषय पर एक प्रेरक संदेश प्रस्तुत किया, जिसमें जल संरक्षण का महत्व रेखांकित किया गया तथा छात्रा अनुष्का चौहान एवं छात्र शिवा द्वारा भी विद्यालय के अनुभव साझा किए गए। वहीं, अभिभावक पुष्पा रावत ने भी अपने विचार व्यक्त किए और राज्यपाल जी के प्रयासों की सराहना की।
इस अवसर पर जिलाधिकारी लखनऊ विशाख जी0 अय्यर, विशेष कार्याधिकारी अशोक देसाई, विशेष कार्याधिकारी (शिक्षा) डॉ0 पंकज एल0 जानी, राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीगण, विद्यालय के छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।