



200 ताबूत, 155 यात्रियों की रिहाई और 27 BLA लड़ाकों की मौत का दावा – पाकिस्तान के दावों पर सवाल!
क्वेटा भेजे गए 200 ताबूत, क्या हाईजैक ऑपरेशन में ज्यादा लोग मारे गए?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक करने के बाद पाकिस्तान सरकार और BLA के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। पाकिस्तान सरकार ने पहले 10 लड़ाकों को मारने का दावा किया, फिर BLA ने इसे झूठा बताते हुए 20 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने का दावा किया। अब पाकिस्तान ने 27 BLA लड़ाकों के खात्मे का दावा किया है, लेकिन एक सवाल उठ रहा है—अगर सिर्फ 27 लड़ाके मारे गए, तो क्वेटा में 200 ताबूत क्यों भेजे गए?
पाकिस्तानी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि बलूचिस्तान के बोलन जिले में भेजे जाने के लिए 200 से अधिक ताबूत क्वेटा लाए गए हैं। इस खुलासे के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि ऑपरेशन में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं।
पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों ने अब तक 155 यात्रियों को छुड़ाने का दावा किया है, लेकिन बचाव अभियान अब भी जारी है। बताया जा रहा है कि आतंकियों के पास आत्मघाती हमलावर थे, जिनके कारण ऑपरेशन में देरी हुई। हेलीकॉप्टरों की मदद से चलाए गए इस अभियान में पाकिस्तानी सुरक्षाबलों और BLA लड़ाकों के बीच भारी गोलीबारी हुई।
BLA ने पहली बार किसी ट्रेन को हाईजैक किया था। यह समूह पहले भी पाकिस्तान की सेना और बुनियादी ढांचे पर हमले कर चुका है। चीन ने इस हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी प्रयासों का समर्थन किया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही बना हुआ है—आखिर 200 ताबूतों की जरूरत क्यों पड़ी? क्या पाकिस्तान कुछ छिपा रहा है?