



यूपी के सड़क दुर्घटनाओं में 24 घंटे के में 34 मरे!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।पिछले 24 घण्टे में उत्तर प्रदेश में अलग-अलग 8 बड़े सड़क हादसों ने 34 लोहों की जान गयी। रविवार को महाकुंभ में स्नान करने के बाद अयोध्या आ रहे महाराष्ट्र के श्रद्धालुओं से भरी टेम्पो ट्रेवलर बाराबंकी के हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर खड़े बस में घुस गई। 23 लोगों को लेकर चल रही टैवेलर के चार लोगों की मौत हो गयी।मरने वालों में एक महिला और तीन पुरुष हैं। रविवार को एटा में तेज रफ्तार स्विफ्ट कार पलटने से डॉक्टर समेत चार लोगों की मौत हो गई। हाथरस में वाहन से बचने के प्रयास में कार नदी में जा गिरी। इस दुखद हादसे में एक ही परिवार के दो शिशुओं समेत चार लोगों की मौत हो गई। शनिवार देर रात बस्ती में तेज रफ्तार कार की ट्रैक्टर ट्रॉली से टक्कर हुई। इस भीषण टक्कर में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बुलंदशहर में शादी समारोह से लौट रहे ट्रैक्टर ट्रॉली सवार लोगों को ट्रक ने टक्कर मार दी। इस घटना में एक महिला की मौत हो गई और एक दर्जन घायल लोग घायल हो गए।
सीतापुर जिले के थाना मछरेहटा क्षेत्र के जलालपुर मार्ग पर शनिवार रात भीषण सड़क में दो मोटर साइकिलों की आमने-सामने भिड़ंत में दो लोगों की मौके पर मौत हो गयी। कौशाम्बी जिले में अनियंत्रित बाइक पेड़ से टकराने से बाइक सवार दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। प्रतापगढ़ में तेज रफ्तार बोलेरो कार, स्कॉर्पियो समेत चार वाहन आपस में टकरा गये। इस हादसे में एक की मौत हो गई है। मृतक महिला क्रांति देवी गाजियाबाद जिले की रहने वाली थीं। सभी घायल श्रद्धालु गाजियाबाद और गोंडा के रहने वाले हैं।सभी महाकुंभ प्रयागराज स्नान करने के बाद अयोध्या दर्शन करने जा रहे थे।बुलंदशहर के थाना पहासू इलाके में तेज रफ्तार ट्रक और कार की आमने सामने की जोरदार भिड़त में कार सवारों में से एक युवक की मौत हो गयी। जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र के सई नदी पुल के पास प्रयागराज कुम्भ से स्नान करके तीर्थयात्री अपने घर छत्तीसगढ़ को लौट रहे थे।तभी ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी जिसमें प्रदीप कुमार सिंह 30 वर्ष की मौके पर मौत हो गई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया”। इससे पहले प्रयागराज में शनिवार अहले सुबह हुये हादसे में बस और बोलेरो के आमने-सामने की टक्कर में 10 लोगों की मौत हो गई, 19 लोग घायल हो गये।
उत्तर प्रदेश में बढ़ते रोड एक्सीडेंट पर प्रतिक्रिया देते हुये सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिये सक्रिय संस्था शुभम सोती फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने कहा कि “लगातार सड़क पर तेज रफ्तार दौड़ती मौतों ने चिंता बढ़ा दी है। तेजी से गंतव्य तक पहुंचने की होड़ में हो रहे हादसों को रोकने के लिए सड़क पर पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की जा रही है। प्रशासन की ओर से लोगों से यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की जा रही है, लेकिन इसका अनुपालन कम ही होता दिख रहा है। ऐसे में प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह नियमों का पालन कराने के लिए सख्ती बरते। उन्होंने बताया कि अच्छी सड़कें और लक्जरी गाड़ियों की बढ़ती संख्या के साथ अल्प प्रशिक्षित चालकों से दुर्घटना बढ़ी है। कई दुर्घटनाओं में तो चालक के पास लाइसेंस ही नहीं था। इन दिनों प्रायः पार्टी और पर्यटन के लिये निकलने वाले ट्रैवल या निजी सम्पर्क से ड्राइवर हायर कर यात्रा पर निकल जाते हैं।बिना आराम के लगातार एक ड्राइवर द्वारा गाड़ी चलाने से भी दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है।