मुंबई: (BNE )देश के तमाम मंदिरों में धीरे – धीरे ड्रेस कोड लागू कर दिया गया ताकि मंदिरों में धार्मिक संस्कृति का अस्तित्व बना रहे। इसी कड़ी में सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने की घोषणा के बाद अब मुंबई के प्रसिद्ध मुंबा देवी मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अभी तक इस मंदिर में कोई ड्रेस कोड निर्धारित नहीं था।
मंदिर प्रबंधन के प्रबंधक हेमंत जाधव के अनुसार, सिद्धिविनायक मंदिर के फैसले को देखते हुए मंदिर ट्रस्ट जल्द ही एक बैठक करेगा, जिसमें श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों के लिए उचित ड्रेस कोड निर्धारित किया जाएगा.
हाल ही में सिद्धिविनायक मंदिर ने फटी हुई जींस और भड़काऊ कपड़े पहनकर आने पर प्रतिबंध लगाया है. यह पहली बार नहीं है जब किसी धार्मिक स्थल पर इस तरह के नियम लागू किए जा रहे हैं. मुंबई के कई गिरजाघरों में भी पहले से ड्रेस कोड लागू है. मुंबई में ड्रेस कोड लागू करने का यह पहला मामला नहीं है. 2005 में बॉम्बे के आर्कबिशप कार्डिनल इवान डायस ने चर्च में आने वाले लोगों के लिए भी ड्रेस कोड लागू किया था, जिसमें श्रद्धालुओं को “संडे बेस्ट” यानी सभ्य और पारंपरिक पहनावे में आने के लिए कहा गया था. देश के कई अन्य मंदिरों में भी ड्रेस कोड लागू है, जैसे मदुरै का मीनाक्षी मंदिर और केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर.