gold reserves:भारतीय महिलाएं दुनिया के 11% सोने की मालिक,
नई दिल्ली (BNE ) भारतीय समाज और संस्कृति में सोना (gold ) का विशेष महत्व है। भारतीय महिलाओं को सोने के जेवर (Gold Jewellery) सबसे अधिक प्रिय होते है। इसीलिए भारतीय समाज में होने वाले विवाह में सोने के जेवर(Gold Jewellery) चढ़ाने की सदियों पुरानी परम्परा रही है जो आज तक है। यही एक बड़ा कारण है कि भारतीय महिलाओं के पास दुनिया का 11% सोना (gold )है, जो करीब 24,000 टन सोने के बराबर है.एक रिपोर्ट के मुताविक यह सोना अमेरिका, जर्मनी और अन्य देशों के कुल सोने के भंडार से भी ज्यादा है. खासकर दक्षिण भारत में सोने का अहम स्थान है, जहां भारत के कुल सोने का 40% रखा जाता है, और तमिलनाडु इसका 28% रखता है. इतना ही नहीं, भारतीय घरों में रखा गया सोना देश की जीडीपी का 40% हिस्सा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अहम भूमिका निभाता है.
भारतीय महिलाओं के पास है सोने की खान
भारत में महिलाओं के पास रखा गया सोना दुनिया के टॉप पांच देशों के सोने के भंडार से भी ज्यादा है. उदाहरण के लिए, अमेरिका के पास 8,000 टन, जर्मनी के पास 3,300 टन और रूस के पास 1,900 टन सोना है, लेकिन भारतीय महिलाओं के पास यह आंकड़ा इन सबसे कहीं ज्यादा है.वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, भारतीय महिलाएं लगभग 24,000 टन सोना रखती हैं, जो दुनिया के कुल सोने के भंडार का करीब 11% है. इतना ही नहीं,
क्या कहता है आयकर कानून?
भारतीय आयकर कानूनों के तहत, शादीशुदा महिलाओं को 500 ग्राम सोना रखने की अनुमति है, जबकि अविवाहित महिलाओं के लिए यह सीमा 250 ग्राम है. इस प्रकार, भारत में महिलाओं के पास सोने का विशाल भंडार न केवल उनके व्यक्तिगत संपत्ति का हिस्सा है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण योगदान है.