भारतीय सेना आधुनिक हथियारों से तैयार, चीन और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी
चीन ने सीमा पर तनाव बढ़ाते हुए एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन ने 10 लाख आत्मघाती सुसाइड ड्रोन तैयार करने का प्लान बनाया है। ये ड्रोन उड़ते हुए बम की तरह काम करते हैं और दुश्मन के इलाकों को तबाह करने में सक्षम हैं। इनका इस्तेमाल रूस-यूक्रेन और अजरबैजान-आर्मेनिया की जंग में पहले ही देखा जा चुका है।
भारत का जवाब: स्वदेशी ‘नागास्त्र’ और ‘के-9 वज्र टी’
इस बीच, भारतीय सेना ने स्वदेशी ड्रोन नागास्त्र वन का पहला बैच हासिल कर लिया है। ये ड्रोन भी अपने टारगेट पर सटीक निशाना साधने की क्षमता रखते हैं। इसके साथ ही, सरकार ने सेना के लिए के-9 वज्र टी आर्टलरी गन का बड़ा ऑर्डर दिया है। 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से खरीदी जा रहीं ये गन आधुनिक तकनीक से लैस हैं।
के-9 वज्र: ऊंचाई वाले इलाकों में अचूक हथियार
के-9 वज्र टी की विशेषताएं इसे दुश्मनों के लिए खतरनाक बनाती हैं। ये आर्टलरी गन 52 कैलिबर क्षमता वाली है और बेहद ऊंचाई तथा शून्य से नीचे के तापमान में भी हमला करने में सक्षम है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 18 से 54 किलोमीटर तक है और यह दुर्गम पहाड़ी रास्तों पर भी काम कर सकती है।
भारतीय सेना में फिलहाल 100 के-9 वज्र टी शामिल हैं, और भविष्य में 100 और तोपों को शामिल किया जाएगा। इन हथियारों की तैनाती से भारतीय सेना चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों को प्रभावी और सटीक जवाब देने में और सक्षम होगी।
चीन और पाकिस्तान की साजिशों के बावजूद, भारत आधुनिक तकनीक और स्वदेशी हथियारों के साथ हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।