बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज(BNE) जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में वायु प्रदूषण की रोकथाम के संबंध में बैठक सम्पन्न हुयी।
जिलाधिकारी ने कहा कि ठंड की शुरुआत हो चुकी है, साथ ही धुंध बढ़ने की भी सम्भावना है क्योकि वायु प्रदूषण की मात्रा पहले की अपेक्षा बढ़ी है। को दृष्टिगत रखते हुये उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी वायु प्रदूषण नियंत्रण प्लान का शतप्रतिशत पालन किया जाये। उन्होंने नगर को स्वच्छ बनाने हेतु बिन्दुवार मंथन करते हुये वायु प्रदूषण की रोकथाम हेतु अधिकारियों को निर्देश दियेः-
निर्माण कार्यों के दौरान धूल उड़ने की रोकथाम हेतु बिल्डिंग को कवर्ड किया जाये। सीमेन्ट, बालू, मिट्टी आदि में पानी का छिड़काव किया जाये।
उपायुक्त उद्योग द्वारा निरीक्षण कर ईट, भठ्ठा आदि उद्योगों के संचालन में पूर्णतः सभी नियमों का पालन कराना सुनिश्चित किया जाये।
किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान और न जलाने पर होने वाले फायदो का प्रचार-प्रसार किया जाये।
समस्त नगर पालिकाओें द्वारा मुख्य मार्गो में पानी का छिड़काव किया जाये और धूल उड़ने की रोकथाम से संबंधित एलाउन्समेंट कराकर लोगो को भी जागरुक किया जाये कि अपने घरों के आस-पास पेड़ पौधो, सड़क में पानी का छिड़काव करें।
जहां भी कूड़ा जलाया जा रहा है पूर्णतः रोकथाम लगायी जाये और किसी भी दशा में कूड़ा, ट्यूब/टायर न जलाये जाये।
सभी नगर निकायों में एमआरएफ प्लांट चालू होने चाहिये। सड़क के किनारो में कूड़ा इकठ्ठा नही होना चाहिये।
जाम लगने वाले चैराहों/बाजारों पर भी विशेष नजर रखी जाये, जिससे धुंआ फैलने की स्थिति उत्पन्न न होने पाये, के साथ ही पानी का छिड़काव भी किया जाये।
बाजारों में सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम हेतु दुकानों में छापेमारी कर जुर्माना वसूली की जाये।
हवा की गुणवत्ता चेक करने हेतु समय-समय पर हवा की जांच की जाये।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनन्द, मुख्य विकास अधिकारी राम कृपाल चौधरी, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) आशीष कुमार सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी हेमन्त सेठ, अपर पुलिस अधीक्षक सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।