बृजेश चतुर्वेदी
कन्नौज। गैंगस्टर एक्ट में जेल भेजे गए नीलू यादव की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है। नीलू के खिलाफ गैंगस्टर का एक मामला पहले से दर्ज हैं। नाबालिग से रेप के आरोपी नवाब सिंह को बचाने के लिए नीलू ने साक्ष्य मिटाने के प्रयास किए थे। जिसके बाद पुलिस ने उन पर भी शिकंजा कस दिया।
11 अगस्त की रात नाबालिग से रेप के आरोपी नवाब सिंह के मामले में कन्नौज पुलिस ने सह आरोपी पूजा तोमर और नीलू यादव पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। नवाब सिंह और पूजा तोमर पहले से ही जेल में थे जबकि गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद नीलू ने 3 अक्टूबर को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से वह भी जेल में हैं।
इस मामले में नीलू यादव के वकील शिव कुमार यादव ने उनकी जमानत याचिका गैंगस्टर कोर्ट में दाखिल की थी। जिसकी सुनवाई करते हुए गैंगस्टर एक्ट कोर्ट के स्पेशल जज नन्द कुमार ने याचिका को खारिज कर दिया।
अब नीलू पर दर्ज मुकदमों की संख्या 20 हो गई है। मामले की जानकारी देते हुए शासकीय अधिवक्ता सुधीर पांडेय ने बताया कि नीलू पर पहले से ही 17 केस दर्ज हैं। उस पर गैंगस्टर का एक और मामला विचाराधीन हैं। नवाब सिंह पर नाबालिग से रेप का केस दर्ज होने के बाद उनके भाई नीलू यादव पर भी साक्ष्य मिटाने के प्रयास के आरोप में कार्यवाही की गई। जिसके बाद से नीलू पर दर्ज मुकदमों की संख्या 20 हो गई।