बृजेश चतुर्वेदी(BNE)कन्नौज। बजट से प्रस्तावित आंगनबाड़ी केंद्र भवन बनाने से पहले 5.60 रुपये निकालने के मामले में सत्तापक्ष व अधिकारी आमने-सामने हो गए हैं। ब्लॉक प्रमुख ने कोतवाली सदर में बीडीओ, जेई व लेखाकार के खिलाफ गबन करने की नामजद तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दी है। इस मामले की सबसे खास बात यह है कि पुलिस ने इस मामले में तत्परता भी खूब दिखाई और कल देर शाम ही एफआईआर दर्ज हो गयी जबकि कितने ही मामलों में पुलिस जांच के बाद एफआईआर लिखने के नाम पर खूब टहलाती है। अभी जिला भुला नही है कि एक व्यक्ति द्वारा विभिन्न जीवित महिलाओ को विधवा पेन्शन दिलाने के मामले की एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रोवेशन विभाग से लेकर सीडीओ तक को सौरिख पुलिस के सामने कितने पापड़ बेलने पड़े थे।
मामला पूरी तरह राजनीतिक है और तब शुरू हुआ जब बीते दिनों मनरेगा सामग्री मद से 45 प्रतिशत की कड़ी शर्त के साथ 25 करोड़ रुपये जिले को मिले थे और छिबरामऊ तथा सौरिख विकास खंड ने एक करोड़ चार लाख रुपये का अतिरिक्त भुगतान करके कन्नौज ब्लॉक को संकट में डाल दिया था। तीन आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कर रही एक ही संस्था को कन्नौज ब्लॉक ने रनिंग भुगतान के तौर पर आंशिक भुगतान कर दिया था ताकि साप्ताहिक समीक्षा बैठक उठने वाले इस इस अधूरे निर्माण के काम को गति दी जा सके इसके पीछे न तो कोई गलत मंशा थी और न ही कोई गवन। किन्तु जिले की राजनीति को क्या कहिये दो बड़ो की लड़ाई में मोहरे के तौर पर उत्कृष्ट बीडीओ, एक अवर अभियंता और एक लेखाकार को कोप भाजन बनना पड़ा।
ब्लॉक सदर कन्नौज के प्रमुख रामू कठेरिया द्वारा कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया है कि बीडीओ समेत तीनों लोगों ने ग्राम पंचायत टिडियापुर के मजरा खुरदइया में आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण दिखाकर 17 अक्टूबर को पांच लाख 59 हजार 318 रुपये निकाल लिया जबकि मौके पर निर्माण कार्य नहीं हुआ है। 22 अक्टूबर की रात में जेसीबी से आनन-फानन नींव खोदकर गुणवत्ताहीन ईंट गिरा दी गई। अधिकारियों व कर्मियों की ऐसा करने के पीछे मंशा है कि शासकीय धन का गवन किया जाय। निर्माण कार्य से पहले भुगतान मामले की जांच हो इसके लिए प्रधान कप्तान सिंह चौहान ने ग्रामीणों के साथ गांव में कैंप किया। तहरीर में कहा है कि राजकीय धन का गबन किया गया है उसे छिपाने के लिए निर्माण की कोशिश की गई। इसलिए एफआईआर दर्ज कर गबन की गयी धनराशि की वसूली कराई जाए।
सही से करें जांच नहीं तो खुद की जांच कराने को रहें तैयार: मंत्री
कल ही ब्लॉक सभागार में समाज कल्याण मंत्री ने मौके पर मौजूद डीसी मनरेगा से नाम पूछा। उसके बाद कहा कि आप जाच कर शाम तक रिपोर्ट दीजिए। अगर किसी को बचाना है तो और भी तरीके हैं जिनसे इस मामले से निपटा जा सकता है। वह डीसी मनरेगा की भी जांच अच्छे से करेंगे। मंत्री ने कहा कि मौके से फोटो खींच लिए गए हैं अगर ईमानदारी से जांच करने की इच्छा हो तो कर लीजिए। आरईडी के जेई संतोष ने कहा कि मैटेरियल आ गया तो सीडीओ राम कृपाल चौधरी ने फटकार लगाई।
स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री असीम अरुण ने कहा है कि गड़बड़ी करने वालों को उनके जिले में माफी नहीं मिलेगी। उनकी जगह जेल में है। कोई अगर गड़बड़ी रहा है तो उनको जानकारी दें, वह इलाज करेंगे। दरअसल, शनिवार को समाज कल्याण मंत्री ब्लॉक सदर पहुंचे थे। उन्होंने विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत टिढियापुर के मजरा खुरदझ्या प्राथमिक स्कूल परिसर में 12 लाख रुपये से बनने वाले आंगनबाड़ी केंद्र भवन के अभिलेख देखे। प्रकरण पर प्रधान, जेई व अधिकारियों से जानकारी ली। उसके बाद सभागार में सभी की मौजूदगी में कहा कि जिन्होंने गड़बड़ी की है एक-एक आरोपी जेल जाएगा। टेंडर की जो प्रक्रिया तय है भविष्य में उसके हिसाब से काम किया जाए। अगर प्रक्रिया में सुधार चाहिए तो बताइए उस पर बात कर बदलाव का प्रयास होगा। फिलहाल टेंडर की प्रक्रिया काफी पुरानी है। इसमे संदेह वाली बात नहीं है। मंत्री ने कहा कि 12 लाख रुपये से बनने वाले आंगनबाड़ी केंद्र भवन का टेंडर किया गया और 5.60 लाख रुपये निकालकर जेब में रख लिया गया। जब हल्ला हुआ तो सेम इंटे और बालू मौके पर डाल दी गयी।
बहरहाल इस धधकती आग को शांत करने की कोशिश में जिलाधिकारी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आज शाम बीडीओ अमित कुमार सिंह को कन्नौज से हटाकर उमर्दा का प्रभार दे दिया। उनके स्थान पर अब उमर्दा के जॉइंट बीडीओ दिनेश चंद्र को लाया गया है अब यहां मनरेगा के कार्यक्रम अधिकारी का काम काज ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक रामौतार सिंह को दिया गया है। अमित पूर्व की भांति तालग्राम के कार्यक्रम अधिकारी का कामकाज देखते रहेंगे।
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