



ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह पर भयंकर विस्फोट! मिसाइल ईंधन के कारण 14 की मौत, 750 घायल
रहस्यमयी विस्फोट से बंदरगाह में मची तबाही, रॉकेट ईंधन के लापरवाह भंडारण पर उठे सवाल, सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
दक्षिणी ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह पर शनिवार को एक भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। मिसाइल प्रणोदक में इस्तेमाल होने वाले रसायनों की खेप में अचानक हुए विस्फोट में कम से कम 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब 750 लोग घायल हुए हैं। धमाका इतना जबरदस्त था कि मीलों दूर इमारतों के शीशे चटक गए और बंदरगाह पर अफरातफरी मच गई।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि विस्फोट बंदरगाह पर मिसाइलों में उपयोग किए जाने वाले ठोस ईंधन को सही तरीके से स्टोर न करने के कारण हुआ। निजी सुरक्षा कंपनी एम्ब्रे के अनुसार, मार्च में चीन से आए सोडियम परक्लोरेट रॉकेट ईंधन की खेप बंदरगाह पर पहुंची थी, जिसे गाजा युद्ध के बाद ईरान के मिसाइल स्टॉक को फिर से भरने के लिए मंगाया गया था।
हादसे के बाद ईरान के गृह मंत्री एस्कंदर मोमेनी ने हताहतों की पुष्टि की, जबकि आग की असली वजह पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा गया कि आग लगने के बाद लाल और फिर काले धुएं के गुबार ने आसमान को ढक लिया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि एक इमारत भी जमींदोज हो गई।
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने संकेत दिए कि देश की सुरक्षा एजेंसियां किसी भी साजिश की आशंका को लेकर हाई अलर्ट पर हैं। घटना की जांच जारी है, लेकिन इस बीच सवाल उठने लगे हैं कि 2020 के बेरूत विस्फोट जैसी त्रासदी के बाद भी ईरान ने रसायनों को बंदरगाहों से हटाने की कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की।
शाहिद राजाई बंदरगाह होर्मुज जलडमरूमध्य के समीप स्थित है, जो वैश्विक तेल व्यापार का अहम केंद्र है। ऐसे में इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ा दी है।