



विदेशी आक्रांताओं के नाम पर मेला नहीं लगाने देंगे – डॉ. अरविंद राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने किया विरोध, 10 जून को महाराजा सुहेलदेव की जयंती पर होगा मेला आयोजन
मऊ(BNE)सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के महासचिव और ओमप्रकाश राजभर के बेटे डॉ. अरविंद राजभर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विदेशी आक्रांताओं के नाम पर किसी भी मेले या आयोजन का समर्थन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 10 जून को महाराजा सुहेलदेव राजभर की जयंती के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया जाएगा, ताकि भारत के गौरवशाली इतिहास को सम्मान दिया जा सके।
डॉ. अरविंद राजभर ने अपने बयान में कहा- विदेशी लुटेरों ने भारत पर आक्रमण कर 585 रियासतों को हराने का प्रयास किया, भारत की संस्कृति, सभ्यता और सनातन परंपरा को नष्ट करने का षड्यंत्र किया। उन्होंने यहां की महिलाओं और बच्चियों के साथ अत्याचार किया, पवित्र स्थलों को तोड़ा, जिसमें सोमनाथ मंदिर प्रमुख है। ऐसे आक्रांताओं के नाम पर किसी भी प्रकार का मेला या आयोजन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जो लोग संभल में आक्रांताओं के नाम पर मेले के विरोध में खड़े हैं, उनका सुभासपा पूरा समर्थन करती है।
महाराजा सुहेलदेव की वीरगाथा को मिलेगा सम्मान – डॉ. अरविंद राजभर ने महाराजा सुहेलदेव को चक्रवर्ती सम्राट और राष्ट्रवीर बताते हुए कहा कि उन्होंने बहराइच के मैदान में विदेशी आक्रांताओं को हराकर भारत की संस्कृति और सम्मान की रक्षा की। ऐसे वीर नायकों के नाम पर ही मेले और उत्सव आयोजित किए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर मेला लगाना ही है तो महाराजा सुहेलदेव राजभर, पृथ्वीराज चौहान, गुहराज निषाद, दामोदर चापेकर और अशफाक उल्ला खान जैसे देशभक्तों के नाम पर लगाया जाए, न कि भारत को लूटने और तहस-नहस करने वाले आक्रांताओं के नाम पर।
सरकार को समर्थन – सुभासपा ने केंद्र और राज्य सरकार को इस मुद्दे पर समर्थन देने की घोषणा की। डॉ. राजभर ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह विदेशी आक्रांताओं के नाम पर होने वाले आयोजनों पर प्रतिबंध लगाए।
जनता को भी इस बात की मांग करनी चाहिए कि ऐसे आक्रांताओं के नाम पर किसी प्रकार का आयोजन न हो। यदि सरकार इस पहल में आगे बढ़ेगी, तो सुभासपा उसका पूर्ण समर्थन करेगी।
आगामी 10 जून को महाराजा सुहेलदेव राजभर जयंती के अवसर पर पूरे राज्य में मेले और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक गौरव को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से राष्ट्रवीरों की गाथा को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
-सुभासपा ने अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है कि विदेशी आक्रांताओं के नाम पर मेले का आयोजन किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं होगा। पार्टी ने ऐतिहासिक नायकों को उचित सम्मान देने के लिए सरकार और जनता दोनों से इस दिशा में आगे आने का आह्वान किया है।