



ट्रेड वॉर के बीच जयशंकर का करारा जवाब: अमेरिका-यूरोप-चीन को दिखाई भारत की स्पष्ट सोच
वैश्विक मंचों पर बढ़ती आर्थिक तनातनी के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका, चीन और यूरोप की नीतियों पर तीखी टिप्पणी करते हुए भारत के दृष्टिकोण को मजबूती से रखा।अंतरराष्ट्रीय व्यापार तनावों और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका, यूरोप और चीन को आईना दिखाते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने म्यूनिख सुरक्षा परिषद सम्मेलन और पेरिस एआई एक्शन समिट का ज़िक्र करते हुए कहा कि अमेरिका की नीतियों में गहरे बदलाव आए हैं, जिनका असर खासकर तकनीकी क्षेत्र में साफ़ दिख रहा है।
जयशंकर ने कहा कि अमेरिका ने दुनिया से जुड़ने का जो दृष्टिकोण अपनाया है, उसमें पिछले कुछ वर्षों में मौलिक बदलाव हुए हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि चीन की तकनीकी और व्यापारिक उन्नति अब दुनिया के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है।
ट्रंप प्रशासन की नीतियों पर टिप्पणी करते हुए जयशंकर ने बताया कि भारत के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर अमेरिका ने तेज़ी से प्रतिक्रिया दी है। हालांकि उन्होंने समझौते से जुड़ी विस्तृत जानकारी देने से इनकार किया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि भारत इसे जल्द ही तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाना चाहता है।
ट्रंप के शुल्क नीति में बदलाव और 90 दिनों की राहत की घोषणा के बीच जयशंकर की ये टिप्पणियाँ भारत के संतुलित और दूरदर्शी दृष्टिकोण को दर्शाती हैं, जो वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को और भी सशक्त बनाती हैं।