मंत्री असीम अरुण, व पूर्व आईपीएस अधिकारी . 2004 से तीन साल तक प्रधानमंत्री के सुरक्षा घेरे में रहे.
लखनऊ (BNE ) देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया ,पूरा देश उनके निधन की खबर सुनकर दुःख व्यक्त कर रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डॉक्टर मनमोहन सिंह के बारे में लोग उनसे जुडी कहानिया और चर्चे ,किस्से सुना रहे है। इसी क्रम में यूपी सरकार में मंत्री और पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण ने भी डॉक्टर सिंह से जुड़े किस्से सुनाये।मंत्री असीम अरुण ने बताया कि वह बेहद सरल स्वभाव और आदमी से जुड़ने वाले इंसान थे। असीम ने बताया कि वह . 2004 से तीन साल तक प्रधानमंत्री के सुरक्षा घेरे में रहे. उन्होंने प्रधानमंत्री की सुरक्षा के सबसे नजदीकी दस्ते, क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम (CPT) का नेतृत्व किया.
असीम अरुण ने बताया कि मनमोहन सिंह का अपनी पुरानी मारुति 800 से जुड़ाव बहुत गहरा था. डॉ. सिंह अक्सर कहते थे, “मुझे इन बड़ी गाड़ियों में चलना पसंद नहीं. मेरी असली गाड़ी तो यही है.” यह उनके सरल और मिडिल क्लास जीवनशैली से जुड़े होने को दर्शाता है. लेकिन एसपीजी टीम उन्हें बार-बार समझाती कि बीएमडब्ल्यू जैसी गाड़ियां उनकी सुरक्षा के लिए जरूरी हैं. इसके बावजूद, जब भी डॉ. सिंह कारकेड के साथ निकलते और उनकी मारुति 800 खड़ी रहती, तो वह उसे देखना नहीं भूलते.
ऐसा लगता था मानो वह खुद को याद दिला रहे हों कि वह एक साधारण व्यक्ति हैं और आम आदमी की भलाई के लिए काम करना ही उनका असली दायित्व है. इस घटना ने यह साफ कर दिया कि डॉ. मनमोहन सिंह न केवल एक महान नेता थे, बल्कि अपने कर्तव्यों और आदर्शों के प्रति पूरी तरह समर्पित भी थे. उनकी विनम्रता और मिडिल क्लास मूल्यों से उनका जुड़ाव, उनके नेतृत्व की सादगी को दर्शाता है