एकल उपयोग प्लास्टिक’ पर डीआईटी में हुए सेमिनार में मुख्य अतिथि लोकेश ओहरी ने दिया व्याख्यान
विरासत साधना कार्यक्रम के तहत डीआईटी में हुआ सेमिनार
पैनलिस्ट लोकेश ओहरी ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर दिया व्याख्यान
DEHRADUN (BNE) मसूरी डायवर्जन रोड स्थित डीआईटी में आज विरासत साधना कार्यक्रम के तहत सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर आयोजित किए गए जन जागरूकता कार्यक्रम में पैनलिस्ट लोकेश ओहरी ने कहा कि आज हम सभी की जिम्मेदारी है कि हमें पर्यावरण को शुद्ध बनाने के लिए जागरूकता लाने की दिशा में तेजी से कार्य करना होगा I
आयोजित किए गए सेमिनार में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकेश ओहरी ने कहा कि पारिस्थितिकीय पर्यावरण को हमें समझना होगा, जिसके अंतर्गत आज प्लास्टिक का ज्यादा से ज्यादा उपयोग होने से शुद्ध पर्यावरण बाधित हो रहा है I ऐसे में हमें चाहिए कि लोगों को प्लास्टिक के उपयोग से रोकने के लिए अधिक से अधिक जागरूक करना चाहिए I दरअसल, इस वर्ष रीच संस्था ने उत्तराखंड जैसे पारिस्थितिकी रूप से संवेदनशील राज्य हेतु महत्वपूर्ण पर्यावरणीय चुनौतियों को समझने के लिए विरासत महोत्सव के एक भाग के रूप में “एकल उपयोग प्लास्टिक स्थिरता के लिए एक रोड मैप” पर एक पैनल पर चर्चा में मेज़बानी करने की पहल की है और इस पहल का मुख्य उद्देश्य ‘एकल उपयोग प्लास्टिक’ पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि ज्ञान प्रदान करना है जिससे छात्रों को विषय वस्तु की समझ में वृद्धि करके ज्ञान लाभ हासिल हो सके I
“एकल-उपयोग प्लास्टिक” पर आयोजित सेमिनार में लोकेश ओहरी के व्याख्यान के अलावा आईआईटी रुड़की के डॉ. के. के. गायकवाड, डीआईटी की डॉ. एकता, दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी के डॉ. सुधीर वारडकर, रिच संस्था की ओर से विजयश्री जोशी ने भी अपने विचार व्यक्त I इन सभी वक्ताओं ने प्लास्टिक के इस्तेमाल से होने वाले पर्यावरणीय नुकसान के विषय में बताया और जन जागरूकता पर जोर दिया I इस अवसर पर डॉ. नवीन सहगल डीआईटी, श्री रवि पांडे अर्बन डेवलपमेंट डायरेक्टरेट एवं डॉ. मधु बेन शर्मा यूपीईएस,अंकिता कांडपाल एवं कुणाल राय उपस्थित रहे।