लखनऊ (BREAKING NEWS EXPRESS )-उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एस0जी0पी0जी0आई0) में 1,147 करोड़ रुपये लागत की 04 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 03 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दीपावली पर्व के उपहार स्वरूप देश व उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान एस0जी0पी0जी0आई0 को एक साथ इतनी बड़ी सुविधाएं मिल रही हैं। इनमें एडवांस डायबिटिक सेन्टर, टेली-आई0सी0यू0 परियोजना, सलोनी हार्ट सेन्टर-प्रथम चरण, कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के 200 छात्रों हेतु हॉस्टल का लोकार्पण तथा एडवांस पीडियाट्रिक सेन्टर, सलोनी हार्ट सेन्टर-द्वितीय चरण व रैनबसेरा का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजनाएं सरकार, सामाजिक व धर्मार्थ संस्थाओं के सहयोग से आगे बढ़ायी गयी हैं। इनसे एस0जी0पी0जी0आई0 की क्षमता में वृद्धि होगी तथा संस्थान अपनी शानदार यात्रा को इसी प्रकार आगे बढ़ा सकेगा। देश व प्रदेश के लोगों को इन स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त होगा। यह स्वास्थ्य परियोजनाएं समय से आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने चिकित्सा स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक लम्बी यात्रा बढ़ायी है। विगत साढ़े सात वर्षां में राज्य के 64 जनपदों को मेडिकल कॉलेज हैं। जबकि वर्ष 2017 से पूर्व केवल 18 जनपदों में मेडिकल कॉलेज थे। प्रदेश सरकार एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। राज्य में एम0बी0बी0एस0 व पी0जी0 की सीटें पहले की तुलना में दोगुने से अधिक हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान व्यक्ति के कार्यां के अनुसार स्थान व व्यक्ति दोनों को बनाता है। यदि हमारे कार्यां से संस्थान यशस्वी बनता है, तो हमारा कार्य भी यशस्वी होता है और हम यश के भागीदार बनते हैं। यदि हमारे कार्यां से संस्थान का यश गिरता है तो हम अपयश के भागीदार बनते हैं। एस0जी0पी0जी0आई0 की पूरी टीम यश की भागीदार है।
प्रदेश में बाल रोग से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए अब एस0जी0पी0जी0आई0 में 575 बेड का एडवांस पीडियाट्रिक सेन्टर स्थापित होने जा रहा है। इसमें 22 विभागों द्वारा विभिन्न सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस सेन्टर में नवजात शिशुओं के लिए न्यू-नेटोलॉजी, लिवर और पाचन तंत्र के लिए पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएन्टरोलॉजी, हॉर्मोन्स और डायबिटीज की समस्या के लिए पीडियाट्रिक एण्डोक्राइनोलॉजी, पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 और इमरजेंसी, पीडियाट्रिक जेनेटिक्स, पीडियाट्रिक इम्युनोलॉजी, पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी, पीडियाट्रिक नेफ्रोलॉजी तथा पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी की सुविधा एक छत के नीचे मिलेगी। साथ ही, यहां पर डी0एम0, एम0सी0एच0 और पी0डी0सी0सी0 कोर्सेज को भी शुरू किया जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश और देश को प्रशिक्षित मानव संसाधन मिल सके। यह केन्द्र बच्चों की चिकित्सा और उपचार के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के लिए एक वरदान साबित होगा। डबल इंजन सरकार के प्रयासों से आज उत्तर प्रदेश ने इंसेफेलाइटिस की रोकथाम में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एस0जी0पी0जी0आई0 में 63 करोड़ रुपये की लागत से बने एडवांस डायबिटिक सेन्टर का शुभारम्भ किया गया है। 40 बेड वाले इस सेन्टर में एक ही छत के नीचे डायबिटीज से सम्बन्धित सभी रोगों का उपचार होगा। साथ ही, डायबिटीज सम्बन्धी इमरजेंसी जैसे-डायबिटिक कोमा के प्रबन्धन के लिए एण्डोक्राइनोलॉजी विभाग, डायबिटिक फुट के प्रबन्धन के लिए एण्डो सर्जरी विभाग, डायबिटिक रैटिनोपैथी के लिए ऑप्थलमोलॉजी विभाग द्वारा सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इसी प्रकार, डायबिटीज के कारण गुर्दों में होने वाले संक्रमण के प्रबन्धन तथा किडनी ट्रांसप्लाण्ट के लिए नेफ्रोलॉजी विभाग व फैटी लिवर एवं मैटाबॉलिक डिसऑर्डर के प्रबन्धन के लिए हेपेटोलॉजी विभाग सेवाएं प्रदान करेंगे। यह चिकित्सा सुविधाएं एस0जी0पी0जी0आई0 की क्षमता के विस्तार को देश व दुनिया के सामने प्रस्तुत करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने टेली-आई0सी0यू0 का सफल प्रयोग कोविड-19 के समय किया था। उस समय प्रदेश के मात्र 36 जनपदों के मेडिकल संस्थानों में ही एक या दो आई0सी0यू0 के बेड थे। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से कोरोना कालखण्ड में राज्य सरकार ने सभी जनपदों में कम से कम 10 आई0सी0यू0 बेड की सुविधा विकसित की। इसके लिए केन्द्र सरकार से जरूरी सहायता प्रदेश को प्राप्त हुइंर्। आई0सी0यू0 बेड के संचालन के लिए राज्य सरकार ने एनेस्थेटिक्स व टेक्नीशियन की ट्रेनिंग करायी तथा एस0जी0पी0जी0आई0 में ही मास्टर ट्रेनर्स तैयार किये। कोरोना महामारी के दौरान लोगां को टेली-आई0सी0यू0 की सुविधा प्रदान की गयी। इस क्रम में आज टेली-आई0सी0यू0 से 06 मेडिकल कॉलेज एस0जी0पी0जी0आई0 से जुड़ चुके हैं। अन्य जनपदों के मेडिकल कॉलेजों को भी इस सुविधा से जोड़ें। टेली-मेडिसिन के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी परामर्श का लाभ मिलेगा।
सलोनी हार्ट फाउण्डेशन ने एस0जी0पी0जी0आई0 के साथ मिलकर तत्परता के साथ सलोनी हार्ट सेन्टर के प्रथम चरण के कार्य को आगे बढ़ाया है। प्रथम चरण के अन्तर्गत बच्चों में हृदय रोग के उपचार हेतु 36 बेड का पीडियाट्रिक सेन्टर प्रारम्भ हो गया है। द्वितीय चरण के अन्तर्गत आज एस0जी0पी0जी0आई0 के निदेशक आर0के0 धीमन और सलोनी हार्ट फाउण्डेशन, कैलीफोर्निया की संस्थापक व अध्यक्ष मृणालिनी सेठ के बीच एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नये दृष्टिकोण के साथ यहां पर नवजात बच्चों के बेहतर उपचार की सुविधा मिल सकेगी। इसके अन्तर्गत भारत में हृदय रोग से ग्रस्त 5,000 बच्चों का ऑपरेशन द्वारा तथा 10,000 बच्चों का दवाइयों द्वारा उपचार करने के लिए 200 बेड की विश्वस्तरीय सुविधा का निर्माण किया जाएगा। सरकार और सी0एस0आर0 का मद व सामाजिक संस्थाएं मिलकर इस कार्य के लाभ को कई गुना आगे बढ़ा पाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार सलोनी फाउण्डेशन की अध्यक्ष मृणालिनी सेठ की दिवंगत पुत्री की स्मृतियों को जीवन्त बनाकर रखेगी और इस कार्यक्रम को मजबूती से आगे बढ़ायेगी।
मुख्यमंत्रीने कहा कि एस0जी0पी0जी0आई0 में 51 करोड़ रुपये की लागत से ओ0एन0जी0सी0 के सी0एस0आर0 द्वारा एक रैन बसेरा बनाया जाएगा। इसमें 1000 तीमारदारों के रहने की व्यवस्था के साथ सस्ते दर में भोजन की व्यवस्था होगी। एस0जी0पी0जी0आई0 में कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के 200 छात्रों के रहने हेतु छात्रावास का निर्माण भी कराया गया है।
इससे पूर्व, एस0जी0पी0जी0आई0 के निदेशकआर0के0 धीमन और सलोनी हार्ट फाउण्डेशन, कैलीफोर्निया की संस्थापक व अध्यक्ष मृणालिनी सेठ के बीच एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया गया।
उप मुख्यमंत्री व चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक, चिकित्सा स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव व एस0जी0पी0जी0आई0 के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा व चिकित्सा स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा, डिविजन ऑफ पीडियाट्रिक कॉर्डियो कैथोरोसिस सर्जरी यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया के डॉ0 वी0 मोहन रेड्डी, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी और अरविन्द कुमार सहित एस0जी0पी0जी0आई0 के चिकित्सकगण व मेडिकल स्टूडेंट्स उपस्थित थे।