



ट्रंप का नया टैरिफ प्लान: दोस्तों पर सख्ती, दुश्मनों को राहत!
भारत, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया पर कड़ा टैरिफ, रूस-उत्तर कोरिया को छूट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक नए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन कर दिए हैं, जिसके तहत अमेरिका के लगभग सभी व्यापारिक साझेदारों पर नए टैरिफ लगाए गए हैं। इस फैसले के अनुसार, चीन से आयात पर 34%, यूरोपीय संघ पर 20%, और अन्य देशों पर भी अलग-अलग दरों से शुल्क लगाया जाएगा। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रूस, उत्तर कोरिया, क्यूबा और बेलारूस जैसे देशों को इस टैरिफ से छूट दी गई है।
मित्र देशों पर क्यों पड़ी गाज?
भारत, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे अमेरिका के सहयोगी देशों पर भी सख्त टैरिफ लगाया गया है। ट्रंप प्रशासन ने इसे “रेसिप्रोकल टैरिफ” का नाम दिया है, जिसका मतलब है कि जो देश अमेरिका पर जितना टैरिफ लगाते हैं, अमेरिका उसके आधे टैरिफ ही उन पर लगाएगा।
रूस को राहत, लेकिन क्यों?
ट्रंप प्रशासन ने रूस को इस टैरिफ लिस्ट से बाहर रखा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट के अनुसार, रूस पहले से ही अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना कर रहा है, इसलिए उस पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की जरूरत नहीं समझी गई। इसके अलावा, रूस ने ट्रंप से बातचीत के दौरान कुछ अमेरिकी प्रतिबंध हटाने की अपील भी की थी।
ट्रंप का पुतिन पर बयान
ट्रंप ने कहा कि अगर रूस और अमेरिका यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए किसी समझौते पर नहीं पहुंचते, और अगर उन्हें यह लगे कि यह रूस की गलती है, तो रूस से आने वाले सभी तेल पर “सेक्रेडरी टैरिफ” लगाया जाएगा। हालांकि, अभी के फैसले में रूस को टैरिफ से राहत दी गई है।
क्या अमेरिका के सहयोगी अब दूरी बनाएंगे?
ट्रंप के इस फैसले से अमेरिका के पारंपरिक सहयोगियों में नाराजगी बढ़ सकती है। भारत, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों पर टैरिफ बढ़ाने से अमेरिका के साथ उनके व्यापार संबंधों पर असर पड़ सकता है। दूसरी ओर, रूस और उत्तर कोरिया जैसे देशों को छूट देकर ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। अब देखना होगा कि इसका वैश्विक व्यापार और राजनीति पर क्या असर पड़ता है।