



पांच शादियों का रचा इतिहास
देहरादून, उत्तराखंड़ को प्रकृति ने खूबसूरती के कई अदभुत खजाने दिये हैं, यहां की पर्वतीय अंचल की प्राकृतिक छटायें और रीति-रिवाज जहां सार्थकता से परिलक्षित हैं, इसी कड़ी में राज्य का जौनसार-बाबर क्षेत्र भी अपने खूबसूरती, रीति- रिवाजों एवं संयुक्त परिवार के लिए बहुत प्रसिद्ध है, जो भी एक बार इस क्षेत्र का भ्रमण करने आते हैं वह यहां की सुंदरता रीति रिवाज के कायल हो जाते हैं।
आजादी के समय ग्राम पंजिया के एक वीर योद्धा (स्वतंत्रता सेनानी पुनकु जी) ने अपना सब कुछ न्योछावर कर आजादी की जंग में कूद पड़े थे, उन्होंने उसे समय एक मिसाल कायम की थी, दिनांक 2 मार्च 2025 को इस परिवार के परपोतों द्वारा भी एक अन्य मिसाल कायम कर दी है, वह है एक ही परिवार के पांच पुत्रों की शादी एक साथ, एक स्थान पर l
शिवरात्रि पर्व दिनांक 26 फरवरी 2025 से 2 मार्च की शाम तक रिश्तेदारों आने का सिलसिला जारी रहा। इस शादी समारोह में दाई-भाई पुश्तेनी ग्राम कांति-मशवा, टीटीयाना, हिमाचल प्रदेश, जौनसार-बावर से आये तथा मेहमान व रिश्तेदार कानपुर, देहरादून, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा दुबई आदि स्थानों से शादी की शोभा बढ़ाने के लिए पहुंचे तथा इस अनूठी शादी के प्रत्यक्षदर्शी बने। इस अनूठी शादी का आयोजन शर्मा वेडिंग पॉइंट, जीवनगढ़, जनपद देहरादून में किया गया जिसमें एक ही परिवार के पांच लड़कों की शादी एक ही दिन हुईl
इस संदर्भ में कवि: श्री बलराम सिंह चौहान ने अवगत कराया कि आज ही के दिन 2 मार्च सन 2000 में मेरी शादी इसी दिन हुई थी, आज हमारी शादी को 25 वर्ष पूरे हुए हैं अर्थात आज “सिल्वर जुबली” है। 25 वर्ष पहले इस परिवार में एक शादी हुई थी और आज हमारे परिवार में पांच बेटों की शादी हो रही है, हमें बहुत खुशी है कि एक ही परिवार में हुई पांच शादियों एक साथ हो रही है। देहरादून जनपद में आज ताक ऐसा इतिहास किसी परिवार ने नहीं रचा है, अभी तक एक परिवार में अधिकतम केवल तीन शादियों का ही रिकॉर्ड बना हुआ था, जिसको कि आज हमारे द्वारे तोडा गया, अब शायद ही कोई इस प्रकार की शादी करने का रिकॉर्ड तोड़ पाए l
यह कार्य सब परिवार व रिश्तेदारों के सहयोग से ही हो पाया हैl सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।