नागपुर(BNE ) भाजपा के कद्दावर वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जी अपने बेवाकी के लिए खास पहचान बनाये हुए है। वह अपनी बातों को बिना किसी लाग लपेट के कहने के लिए चर्चित है। आज एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री के पद और राजनैतिक संतुष्टि को लेकर बड़ा बयान दिया ,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा डरा -डरा व सहमा रहता है ,उसे हमेशा ही ये लगता है कि न जाने कब आलाकमान छुट्टी कर दे। जहां तक राजनीति का सवाल है तो यहां कोई भी संतुष्ट नहीं होता है। गडकरी ने कहा है कि राजनीति असंतुष्ट आत्माओं का सागर है, जहां हर व्यक्ति दुखी है और अपने वर्तमान पद से ऊंचे पद की आकांक्षा रखता है। नागपुर में जीवन के 50 स्वर्णिम नियम नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर गडकरी ने कहा कि जीवन समझौतों, बाध्यताओं, सीमाओं और विरोधाभासों का खेल है।
खास बात है कि यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद भी महायुति अब तक सीएम नहीं चुन सकी है। खबरें हैं कि भाजपा मुख्यमंत्री पद अपने पास रखेगी। वहीं, दो अन्य दल एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के खाते में डिप्टी सीएम आ सकते हैं। फिलहाल, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि चाहे व्यक्ति पारिवारिक, सामाजिक, राजनीतिक या कॉरपोरेट जीवन में हो, जीवन चुनौतियों और समस्याओं से भरा है और व्यक्ति को उनका सामना करने के लिए जीवन जीने की कला को समझना चाहिए। गडकरी ने कहा कि उन्हें अपने राजनीतिक जीवन में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन की आत्मकथा का एक उद्धरण याद है, जिसमें कहा गया है, कोई व्यक्ति तब खत्म नहीं होता जब वह हार जाता है। वह तब खत्म होता है जब वह हार मान लेता है