विजय गर्ग (BREAKING NEWS EXPRESS )
चाहे सिविल सेवा परीक्षा के सी-सैट पेपर की बात करें, या फिर एसएससी, रेलवे और बैंकिंग जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं, हर परीक्षा में गणित की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। गणित विषय न सिर्फ विषय अनुसार न्यूनतम उत्तीर्ण अंक प्राप्त करने में मददगार है, बल्कि मेरिट सूची में जगह बनाने के लिए अधिकतम अंक भी दिलाता है। स्पष्ट है कि हर स्थिति मे गणित पर पकड़ बनाना जरूरी है। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो आठवीं या दसवीं के बाद एक मुख्य विषय के रूप मे गणित को छोड़कर अन्य विषय का चयन कर लेते हैं या फिर जिनका सही मार्गदर्शन के अभाव में गणित विषय काफी कमजोर है। ऐसी परिस्थिति में उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में कठिनाई आती है। इन सबके बावजूद कुछ बातों को ध्यान में रखकर इस प्रकार की कठिनाई को सरलता से दूर करते हुए गणित में अधिकतम अंक अर्जित किए जा सकते हैं।
■ सबसे पहले इस धारणा को भूल जाइए कि गणित एक कठिन विषय है।
दूसरा आज ही यह संकल्प लें कि कॉम्पिटिशन में गणित में 90% से अधिक अंक अर्जित करना है।
■ जब आप विभिन्न कॉम्पिटिशन में पूछे गए गणित के सवालों को देखेंगे, तो आप पाएंगे कि कुछ टॉपिक्स ऐसे हैं, जिसके अधिकतर और लगातार प्रश्न पूछे जाते हैं।
■ साथ ही अधिकांश टॉपिक्स ऐसे हैं, जिनमें सारे सवाल केवल तीन या चार सूत्रों पर ही आधारित होते हैं। दूसरे ये एक दूसरे से संबंधित होते हैं। जैसे- अनुपात -समानुपात से संबंधित है और साझेदारी व मिश्रण से। यानि यदि आपने अनुपात को अच्छे ढंग से समझ लिया, तो साझेदारी व मिश्रण टॉपिक्स के प्रश्न आसानी से हल हो जाएंगे।
इसी प्रकार प्रतिशत, लाभ-हानि, छूट (डिस्काउंट), साधारण / चक्रवृदि ब्याज आदि टॉपिक्स एक-दूसरे से संबंधित है। ठीक ऐसे ही कार्य व समय, नल व टंकी, चाल व दूरी के प्रश्न हैं।
■ अब इन एक-एक टॉपिक्स को क्रमशः प्रारंभ करें। प्रतिशत, अनुपात एवं औसत के प्रश्न को हल करने के बाद सारणीयन (डाटा इंटरप्रेटेशन) के प्रश्नों को हल करने से यह टॉपिक आपको सरल लगेगा।
■ पूर्व वर्णित टॉपिक्स से ही अधिकांश प्रश्न लगभग हर कॉम्पिटिशन में पूछे जाते हैं। सबसे पहले इन टॉपिक्स के सामान्य अवधारणाओं को समझने की कोशिश करें। फिर सरल प्रश्नों को हल करें। इसके पश्चात कठिन एवं उच्च कौशल वाले प्रश्नों को हल करें।
■ अब जिस कॉम्पिटिशन की तारीख नजदीक हो, उसके पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करें। इस चरणबद्ध तैयारी से एक ओर जहां आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, वहीं दूसरी ओर आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त होगा।
विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार स्ट्रीट कौर चंद एमएचआर मलोट पंजाब