(BNE -डेस्क) बुजुर्गो की बातें अनुभव के आधार पर कही जाती है.बुजुर्ग लोग कहते है ,कि जो भी चीज जीभ को अच्छी न लगे ,तो वह पूरे स्वास्थय के लिए अच्छी साबित होगी। अधिकांश मामलों में तो लगभग ऐसा ही होता है। करेला भी इसी कैटेगरी में शामिल है ,जो अपने कड़वे स्वाद के लिए जाना जाता है ,लेकिन करेला स्वास्थय के लिए अति उत्तम माना जाता है.दिल को स्वस्थ रखने के साथ साथ यह ब्लड में शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम भी करता है। यह पूरे शरीर को डेटॉक्स करने का काम भी करता है.यही नहीं, यह पाचन के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
गुणों से भरपूर करेला अलग अलग तरीके से प्रयोग में लाया जाता है। अगर इसे पीना हो तो आप इसमें नींबू, अदरक और शहद मिलाएं. ताकि इसका स्वाद काफी ज्यादा अच्छा रहे. करेले का जूस विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से होता है भरपूरकरेले के जूस में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार होते हैं. इसे पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है, संक्रमण होने का खतरा भी कम होता है. करेले में मौजूद विटामिन ए और बीटा कैरोटीन की मात्रा आंखों के लिए काफी फायदेमंद होती है, इसे नियमित रूप से पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है. करेले के जूस में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं.पिंपल या मुंहासे को भी कम करने में मदद करते हैं.
करेले में मौजूद बिटर्स और अल्कलॉइड तत्व रक्तशोधक का काम करते हैं.करेले का जूस कंट्रोल करता है डायबिटीजकरेले का जूस पीने से डायबिटीज कंट्रोल में होता है. इसे पीने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है. इससे डायबिटीज के लक्षण कम होते हैं यह शरीर में इंसुलिन को एक्टिव करता है. करेले का जूस लीवर के लिए भी हेल्दी होता है, ये लिवर एंजाइम को बढ़ाने के साथ-साथ लिवर को डिटॉक्स करने में भी काफी मददगार होता है. करेले का जूस मोटापे सहित खूनी बवासीर में भी फायदेमंद होता है, इससे पाचन क्रिया सही रहती है.डायबिटीज मरीज के लिए करेले का जूस वरदान की तरह है . यह काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. साथ ही इसमें पाए जाने वाले तत्व शरीर में इंसुलिन के लेवल को बढ़ाते हैं. साथ ही शुगर कंट्रोल करते हैं. अगर डायबिटीज मरीज इसे सही तरीके से पढ़े तो यह डायबिटीज मैनेजमेंट में अहम भूमिका निभाता है.