



अमेरिका में 10% बेस टैरिफ आज से लागू, ट्रंप की नीतियों से हिले वैश्विक बाजार
9 अप्रैल से पार्ट-2 भी होगा प्रभावी, ऑस्ट्रेलिया से सऊदी अरब तक कई देश टैरिफ की मार में; 5 ट्रिलियन डॉलर डूबे शेयर बाजार में
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एकतरफा व्यापार नीति के तहत 10% का बेस टैरिफ शनिवार से प्रभावी हो गया है। यह फैसला अमेरिकी बंदरगाहों, हवाई अड्डों और सीमा शुल्क गोदामों पर आधी रात 12:01 बजे से लागू हुआ, जिसमें अब तक की व्यापार प्रणाली को पूरी तरह से पलट दिया गया है।
यह टैरिफ दुनिया के 57 व्यापारिक साझेदार देशों से आने वाले आयात पर लागू किया गया है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कोलंबिया, अर्जेंटीना, मिस्र और सऊदी अरब जैसे देश प्रमुख हैं। अमेरिकी सीमा शुल्क एजेंटों ने इस टैरिफ को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है।
इस फैसले के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में भूचाल आ गया। केवल दो दिनों में S&P 500 कंपनियों का बाजार मूल्य 5 ट्रिलियन डॉलर तक लुढ़क गया। तेल और अन्य वस्तुओं की कीमतों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई, जबकि निवेशकों ने सरकारी बांडों की ओर रुख किया।
व्हाइट हाउस के पूर्व व्यापार सलाहकार केली एन शॉ ने इसे “हमारे जीवनकाल की सबसे बड़ी व्यापारिक कार्रवाई” करार दिया और कहा कि यह हर देश के साथ अमेरिका के व्यापार संबंधों में एक भूकंपीय बदलाव है।
9 अप्रैल से इस टैरिफ योजना का दूसरा चरण लागू होगा। हालांकि, सीमा शुल्क बुलेटिन के मुताबिक, वे कार्गो जो शनिवार सुबह 12:01 बजे से पहले जहाज़ या विमान में लोड होकर अमेरिका की ओर प्रस्थान कर चुके हैं, उन्हें 51 दिनों की छूट दी गई है, बशर्ते वे 27 मई तक अमेरिका पहुंच जाएं।
यह कदम अमेरिका की ट्रेड पॉलिसी में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है, जिसका असर लंबे समय तक वैश्विक व्यापार पर देखा जा सकता है।