UP Politics:लखनऊ/अमेठी,(BNE ) जनता के लिए लड़ाई लड़ रही कांग्रेस पार्टी के नेता बुधवार को विधान सभा का घेराव करने वाले थे, लेकिन इसी बीच बुधवार को विधान भवन के आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिया ताकि कोई भी अवांछनीय तत्व भटक न सके। उधर कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को होने वाले ‘घेराव’ के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी कर दी है। अमेठी में, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने दावा किया कि उन्हें और 100 से अधिक पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों को घर में नजरबंद कर दिया गया है।
सिंघल ने मीडिया में बताया कि “जिले के सभी 17 ब्लॉक अध्यक्षों, पदाधिकारियों, अग्रणी संगठनों के नेताओं और समिति के पदाधिकारियों को नजरबंद कर दिया गया है।” पुलिस की कार्रवाई को “अलोकतांत्रिक और निंदनीय” बताते हुए सिंघल ने कहा, “लोकतंत्र में हर नागरिक को अपनी बात कहने का अधिकार है। कांग्रेस जनता की आवाज है, जिसे यह अंधी-बहरी सरकार दबाने की कोशिश कर रही है। जब यह सरकार डरती है, तो पुलिस का सहारा लेती है।”
राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज पुलिस थाने द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक बड़े समूह ने सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को लखनऊ में विधानसभा तक मार्च करने का प्रस्ताव रखा था। यादव ने पुलिस नोटिस की तस्वीर के साथ ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कल हम संभल के पीड़ितों को न्याय दिलाने, किसानों को फसलों की कीमत दिलाने और बेरोजगारी के खिलाफ विधानसभा का घेराव करेंगे। देखिए कैसे तानाशाह सरकार नोटिस जारी करके हमारी आवाज दबाना चाहती है।”