भारत की पहल से शुरू हुआ विश्व ध्यान दिवस, वैश्विक कल्याण के लिए ऐतिहासिक कदम
न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित पहले विश्व ध्यान दिवस के उद्घाटन सत्र में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर मुख्य भाषण देंगे। यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी। यह दिन वैश्विक ध्यान अभियान के लिए एक ऐतिहासिक क्षण के रूप में देखा जा रहा है।
भारत ने 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित करने की पहल की थी, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सर्वसम्मति से अपनाया। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के नेतृत्व में भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा को दुनिया के साथ साझा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अधिकारियों ने बताया कि 21 दिसंबर की तिथि भारतीय परंपरा के अनुसार उत्तरायण के शुभ समय से मेल खाती है। यह तिथि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) का पूरक मानी जाती है। इस ऐतिहासिक प्रयास से भारत ने वैश्विक कल्याण के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को और मजबूत किया है।