खेल मंत्री खडसे बोले- सभी मिलकर करेंगे काम, ओलंपिक मेजबानी भारत के लिए गर्व का क्षण होगा
भारत ने 2036 ओलंपिक खेलों और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी के लिए मजबूत दावेदारी पेश करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। युवा मामले और खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे ने कहा कि सरकार भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) में चल रहे मतभेदों को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और कार्यकारिणी के 12 सदस्यों के बीच सीईओ रघुराम अय्यर की नियुक्ति को लेकर मतभेद गहराते जा रहे हैं, जो भारत की अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सामने छवि को प्रभावित कर रहे हैं। खडसे ने इस पर कहा, “हम आईओए के सभी मसलों को सुलझाने और ओलंपिक मेजबानी की बोली को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
भारत ने आईओसी को आशय पत्र सौंपते हुए मेजबान चयन प्रक्रिया के संवाद चरण में प्रवेश कर लिया है। खडसे ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय खेलों को ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “अगर हमें मेजबानी का अधिकार मिलता है, तो यह भारत के लिए गर्व का क्षण होगा। ओलंपिक जैसे बड़े मंच पर हमारी उपस्थिति देश के खेलों को नया आयाम देगी।”
2036 ओलंपिक मेजबानी की इस दावेदारी से भारत के खेल क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीद की जा रही है।