मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद बुधवार को कांग्रेसी नेताओं का लखनऊ में जमावड़ा लग गया। भारी संख्या में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के जोश को देखकर योगी सरकार के होश उड़ गए। बता दें इससे पहले राहुल व प्रियंका के सभंल दौरे व राहुल गांधी का हाथरस दौरे से दबाव में आई बीजेपी सरकार आज फिर कांग्रेस के आगे झुकती नजर आई।
कांग्रेस के लोग विस के पास पहुंच न पाएं इसलिए पूरे राजधानी का किले में तब्दील कर दिया गया है। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए जिलों में कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट किया और जगह-जगह बैरीकेडिंग कर दी गई है। वहीं, लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) के जवानों की तैनाती कर दी गई है। कांग्रेस कार्यालय के बाहर मौजूद नेताओं की गिरफ्तारी कर उन्हें बस में बैठाकर इको गार्डेन भेज दिया। पुलिस की ओर से भेजे नोटिस में कहा गया है कि विधानसभा का तृतीय सत्र चल रहा है। इसमें घेराव से कानून व्यवस्था व विशिष्ट लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिये गम्भीर खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए निषेधाज्ञा अन्तर्गत धारा-163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता प्रभावी है। ऐसे में कोई घेराव, धरना व शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया जाता है तो आपके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। नोटिस के साथ ही कांग्रेस नेताओं और प्रदेश मुख्यालय पर बैरिकेडिंग कर दी गई है।
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राय का कहना है कि हम विधानसभा का घेराव करने वाले हैं लेकिन सरकार ने हमे रोकने के लिए नुकीली बैरीकेडिंग की है। ये भाले हमारे कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट पहुंचाएंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है। ये सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को मारना चाहती है। गाजीपुर बॉर्डर पर हमारे कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है लेकिन हम इस सबके बाद भी विधानसभा में प्रवेश करेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे मोदी सरकार ने किसानों को रोकने के लिए कांटों की दीवार खड़ी की थी वैसे ही योगी सरकार ने विधानसभा घेरने जाने वाले कांग्रेसजनों की राहों पर कांटे बिछा दिए हैं। किंतु इस कायराना हरकत से हम डरने वाले नहीं हैं। ना ही ये कांटों वाले ऊंचे-ऊंचे बैरिकेड्स हमारे हौसले और हिम्मत को डिगा पाएंगे। हम इन कांटों को फूल समझकर अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे। हर हाल में हम विधानसभा का घेराव करके ही रहेंगे।
विधानसभा घेराव को लेकर कांग्रेस कार्यालय की ओर जाने वाली सडक़ को बन्द कर दिया गया। इसकी वजह से लाल बत्ती चौराहे से लोहिया पथ की ओर यातायात धीमी गति से चलता रहा। विधानसभा घेराव के पहले पुलिस ने मध्य जोन महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ममता चौधरी को गिरफ्तार किया। उनके साथ हुई धक्कामुक्की की गई है।चंदौली के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी, शहर अध्यक्ष रामजी गुप्ता,सरिता पटेल, आंनद शुक्ल,शैलेन्द्र सिंह, दशरथ चौहान,बृजेश गुप्ता, ट्रिजा एलियट,अनवर सादात, राकेश चौधरी, सुनील कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। उधर लखनऊ अयोध्या, बाराबंकी बहराइच हाईवे पर नाकेबंदी कर दी गई। कांग्रेस पदाधिकारियों को उनके घर पर नजर बंद करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। बस्ती में जिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञानेंद्र पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया। कंपनी बाग में कांग्रेस जिला अध्यक्ष मो. मोहसिन समेत कई लोग गिरफ्तार कर लिए गए। राबरेली से कांग्रेसी नेता सुबह से लखनऊ के लिए चल पड़े लेकिन विभिन्न चेकपोस्ट पर पुलिस ने नेताओं की धरपकड़ कराई। विभिन्न थाना क्षेत्रों में कांग्रेसी नेताओं को घर से बाहर से ही पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया। शहर में नगर पालिका अध्यक्ष शत्रोहन सोनकर को कोतवाली में नजरबंद किया गया। कांग्रेस के तिलक भवन कार्यालय पर ताला लटका रहा जबकि कुछ कांग्रेसी नेता एक दिन पहले ही लखनऊ के लिए निकल गए।
बुधवार को विधानसभा घेराव से पहले कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों के घरों पर पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। शहर कांग्रेस के कई नेता घर छोडक़र इधर उधर छिप गए हैं। पुलिस ने उनके घरों पर नोटिस भी चस्पा कर दी गई है। शहर कांग्रेस उत्तरी के निवर्तमान अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी के घर के बाहर पुलिस का पहरा बैठा है। पूर्व पार्षद और प्रदेश कांग्रेस के सचिव शैलेंद्र तिवारी के घर पर भी पुलिस ने छापा मारा है और नोटिस जारी की है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी के आईआईएम रोड स्थित घर पर भी पुलिस ने छापा मारा है और नोटिस चस्पा किया है। निवर्तमान जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश त्रिपाठी को भी पुलिस तलाश रही है। शहर और जिला कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक पदाधिकारी प्रदेश मुख्यालय पर डट गए हैं। निवर्तमान प्रदेश महिला कांग्रेस की मध्य जोन की अध्यक्ष ममता चौधरी को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
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