मुंबई (BNE )फिल्म अभिनेत्री सारा अली खान को भारत की संस्कृति ,विरासत और लैंडस्केप से बहुत प्यार है। सारा के मुताविक दुनिया में भारत जैसी संस्कृति और विरासत और कहीं देखने को नहीं मिलती है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्होंने पहाड़ी क्षेत्रों में घूमना बहुत पसंद है। इसीलिए वह अक्सर केदारनाथ की यात्रा करती रहती है. सारा कहती है कि अगर उनका बस चले तो वह केदारनाथ में अपना बहुत सारा समय व्ययतीत कर सकती है। लेकिन ऐसा व्यावहारिक नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देश और विदेश में उन्हें क्या ज्यादा पसंद है ,तो इस पर उनका जवाब है कि घूमना तो वैदेशों में ज्यादा अच्छा लगता है लेकिन रहना भारत में अच्छा लगता है, क्योंकि यहाँ की संस्कृति से बढ़कर दुनिया में और कुछ भी नहीं है।
सारा अली खान ने कहा, ‘वैसे मुझे समुद्र पसंद है, मुझे लगता है कि हर कोई जो मुझे जानता है, वह जानता है कि मुझे पहाड़ पसंद हैं। 29 वर्षीय एक्ट्रेस ने उत्तराखंड के प्रति अपने प्यार को जाहिर करने में कोई संकोच नहीं करतीं और उन्होंने कहा कि अगर वह चाहें तो अपना सारा समय केदारनाथ में बिता सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘यह (केदारनाथ) मेरे लिए बहुत खास जगह है, अगर मैं कर सकती तो अपना सारा समय यहीं बिताती।’यह पूछे जाने पर कि क्या वह यात्रा करते समय बजट में ठहरना पसंद करती हैं या लग्जरी होटल में? सारा ने कहा कि, ‘यह किसी डेस्टिनेशन को स्थानीय लोगों के नजरिए से देखने का सबसे अच्छा तरीका है, और पैसे के लिए लिहाज से भी सही है, खासकर तब जब आप दोस्तों या परिवार के साथ यात्रा कर रहे हों। सारा अली खान ने कहा है कि वह लग्जरी के बजाय बेसिक रहना पसंद करती हैं, जो उन्हें हिंदी सिनेमा में सबसे भरोसेमंद सितारों में से एक बनाता है। यह पूछे जाने पर कि वह यह सब कहां से सीखती हैं? उन्होंने कहा, ‘मुझे हमेशा से ही जमीन से जुड़े रहना सिखाया गया है। मेरी मां भी ऐसी ही हैं और उन्होंने ही मेरा मार्गदर्शन किया है। फिल्म सेट पर रहना, वर्कआउट करना और अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना, हमेशा मुझे सबसे सरल खुशियां देता है। इतना ट्रैवल और काम के बावजूद खुद को संयमित रखना, शरीर का ख्याल रखना आसान नहीं होता है, लेकिन सारा के लिए ये नामुमकिन नहीं है। वह कहती हैं, ‘यह सबसे आसान नहीं है, ऐसे दिन भी होते हैं जब मैं शूटिंग शेड्यूल या व्यस्त यात्रा के बाद बिस्तर पर ही सो जाना चाहती हूं। लेकिन मेरे लिए जो बेहद जरूरी है वह है समय निकालना, चाहे वह कितना भी लंबा क्यों न हो।