केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान योगी सरकार के प्रयासों की सराहना की*
*- भारत का ज्ञान-विज्ञान, आयुर्वेद, और संस्कृति को अब विश्व में सम्मान की दृष्टि से देखा जा रहा : शेखावत*
*- 28 लाख दीपों का प्रकाश नये भारत के संकल्प की पूर्ति के लिए हमें प्रेरित करेगा : शेखावत*
*- संत परंपरा ने हमेशा भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को अक्षुण्ण बनाए रखा*
*अयोध्या, 30 अक्टूबर।*(BNE)केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने बुधवार को अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव 2024 के ऐतिहासिक अवसर पर रामकथा पार्क में आयोजित राजगद्दी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रामकथा पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान उन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के पुनर्निर्माण और उत्तर प्रदेश के विकास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
शेखावत ने कहा कि आज यहां दीपोत्सव का आठवां आयोजन हो रहा है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक पल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या की नई परिभाषा गढ़ी जा रही है। 500 साल पहले, जब बाबर के सेनापति मीर बाकी ने राममंदिर को ध्वस्त किया था, तबसे भारत के भाग्य का सूर्य अस्त हो गया था। शेखावत ने बताया कि भारत का 2000 साल का लिखित इतिहास अपनी संस्कृति, सभ्यता, ऐश्वर्य, और ज्ञान परंपरा के कारण दुनियाभर में विख्यात रहा है। लेकिन बाद के समय में विभिन्न आक्रमणों के चलते इस सनातन प्रवाह को तोड़ने के प्रयास हुए, जिसमें चंगेज खान से लेकर मुगलों, पुर्तगालियों, डच, फ्रांसीसी और अंततः अंग्रेजों ने आक्रमण किए और भारत की सांस्कृतिक धरोहर को नष्ट करने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि इन कठिनाइयों के बावजूद संत परंपरा ने हमेशा भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म को अक्षुण्ण बनाए रखा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी संतों को इस अनवरत प्रयास के लिए प्रणाम करते हुए कहा कि इस मंदिर की रक्षा के लिए अनेकों ने अपने प्राणों की आहुति दी। जब 1528 में श्रीराम मंदिर गिराया गया था, तब भारत का भाग्य भी मानो धूमिल हो गया था। लेकिन अब हम फिर से उस गौरव की ओर लौट रहे हैं।
शेखावत ने यह भी कहा कि पिछले दस सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि में एक बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत को नए नजरिए से देख रही है, और इसकी वजह भारतीय ज्ञान परंपरा, आयुर्वेद, विज्ञान, दर्शन, और सनातन परंपरा की पुनर्स्थापना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी सौभाग्यशाली हैं कि हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। आज का दीपोत्सव हमारे संकल्प का दिन है कि हम भगवान श्रीराम के आदर्शों को समाज में स्थापित करेंगे और भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में अग्रसर करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने इस दीपोत्सव के ऐतिहासिक आयोजन में जलाए जा रहे 28 लाख दीपों की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह रोशनी एक नई चेतना को जागृत करेगी, जो निश्चित रूप से भारत को एक नई दिशा में ले जाएगी। उन्होंने कहा कि योगी जी ने उत्तर प्रदेश की प्रगति में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं और साथ ही भारत की महान संस्कृति को विश्व मंच पर आलोकित किया है। उनके नेतृत्व में दीपोत्सव का यह अद्वितीय आयोजन भारत के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरेगा।
शेखावत ने अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस अद्वितीय आयोजन और उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित करने के प्रयास के लिए दिल से बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह दीपोत्सव न केवल भारत के लिए बल्कि संपूर्ण विश्व के लिए एक सांस्कृतिक संदेश है, जो भारतीय सभ्यता और आदर्शों का गौरवगान करता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, जयवीर सिंह, सतीश चंद्र शर्मा, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी, एमएलसी हरिओम पांडेय सहित पूज्य संतगण एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।
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