कन्नौज। मुख्यमंत्री के 10 अक्तूबर तक शहरी व ग्रामीण क्षेत्र की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का आदेश भी पूरा नहीं किया। सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए 25 फीसदी काम पूरा होना था। इसके सापेक्ष अभी तक 10 फीसदी काम भी पूरा नहीं हुआ है। स्थिति यह है कि अभी भी लोगों को खराब सड़कों से गुजरना पड़ रहा है। नगर पालिका प्रशासन और लोक निर्माण विभाग एक दूसरे पर गड्ढा मुक्त अभियान का ठीकरा फोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के आदेश में संशोधन करते हुए इसे 31 अक्तूबर तक कर दिया गया, लेकिन 10 अक्तूबर तक 25 फीसदी काम पूरे होने की रिपोर्ट भी मांगी गई थी। नगर पालिका परिषद ने शहर के सभी 25 वार्डों में सर्वे कराया और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का काम शुरू किया। पालिका की मानें तो शहर में अब कोई खराब सड़क नहीं है, जबकि हकीकत यह है कि मोहल्ला शेखपुरा, शेखाना, नटियाना, हाजी शरीफ से लुधपुरी जाने वाली सड़क, फूलमती मंदिर से लाखन तिराहा तक, पाटानाला से हाजीगंज ईदगाह तक, सरायमीरा में कृष्णानगर रोड, तिर्वा रोड से रेलवे स्टेशन तक, जीटी रोड से चौधरीसराय, मकरंदनगर रोड सहित कई सड़कें खराब स्थिति में हैं। गोलकुआं से मानपुर रोड की स्थिति यह है कि इसमें सैकड़ों गड्ढे हैं, जिनमें पानी भरा है। कई जगह नाला चोक होने के कारण जल निकासी नहीं हो पा रही है, जिसके कारण सड़कें जर्जर स्थिति में पहुंच गईं हैं।
शहर के कृष्णानगर मोहल्ले में सीमेंटेड रोड पूरी तरह टूट गई है और लोगों को निकलने में दिक्कत हो रही है। यहां धीराताल की जल निकासी न होने के कारण सड़क टूट गई है। कई बार मोहल्ले के लोगों ने धरना प्रदर्शन और आंदोलन किया फिर भी अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका। मोहल्ले के अंदर भी गलियों की स्थिति दयनीय है।