बृजेश चतुर्वेदी कन्नौज। कोतवाली प्रभारी की कार्यशैली को लेकर भाजपाइयों में आक्रोश है। भाजपा प्रत्याशी ने मतदान के दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को धमकाने और पीटने का आरोप लगाते हुए कोतवाल की जांच कराने की बात कही है। मतदान के दिन कन्नौज शहर के कुछ बूथों पर पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच गहमा-गहमी हो गई थी। मकरंदनगर क्षेत्र में भगवा गमछा गले में डाले युवकों को कोतवाली प्रभारी ने हड़काया था और गमछा उतरवाने के आरोप लगे थे। एसडी गर्ल्स इंटर कॉलेज के मतदान बूथ पर पुलिस कर्मियों द्वारा सपा के पक्ष में मतदान कराने के आरोप लगे थे। यहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस कर्मियों की हरकतों का विरोध किया तो हंगामा हो गया। आरोप है कि कोतवाली प्रभारी दिग्विजय सिंह ने बूथ पर पहुंचकर भाजपा के एक कार्यकर्ता की जमकर पिटाई कर दी और फिर हिरासत में लेकर कोतवाली पहुंच गए। वीडियो में लगाए गंभीर आरोप इस मामले की जानकारी कार्यकर्ताओं ने सांसद सुब्रत पाठक को दी तो कुछ देर में वह भी समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए, जहां इंस्पेक्टर के साथ उनकी झड़प हो गई। हालांकि मामला बढ़ता देख पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता को छोड़ दिया, जिसके बाद हंगामा शान्त हुआ। उधर इस मामले को लेकर भाजपा सांसद और प्रत्याशी सुब्रत पाठक का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह कोतवाल पर गम्भीर आरोप लगाते नजर आ रहे हैं। सुब्रत पाठक ने कहा कि कोतवाल की लगातार शिकायतें आ रहीं थीं कि वह बात-बात पर लोगों से पैसा मांगते हैं और वोटिंग के दिन कोतवाल का भ्रष्ट आचरण भी सामने आ गया। कोतवाल ने बूथों पर भाजपा के वोटों को जानबूझकर डिस्टर्ब करने का काम किया है। जानकारी मिली है कि कुछ लोगों से पैसा लिया है। यही वजह है कि जिन बूथों पर सपा के लोगों की शिकायतें मिल रहीं थीं, उन बूथों पर कोतवाल गया तक नहीं था। वर्दी पहनकर कोतवाल ने गुंडागर्दी की है, जिसकी इजाजत किसी को नहीं है। कोतवाल की भूमिका की जांच कराई जाएगी। कोतवाल को जवाब देना होगा कि उन्होंने किस कानून के तहत भाजपा के जिम्मेदार कार्यकर्ता के साथ मारपीट की और किस धारा के तहत पकड़ कर कोतवाली ले गए थे।