वित्तीय समावेशन, डिजिटल इण्डिया और अंत्योदय की संकल्पना से समाज के अंतिम व्यक्ति को जोड़ने हेतु डाक घर आज चलते-फिरते बैंक की भूमिका निभा रहे हैं। डाक विभाग अब पत्र व पार्सलों के साथ-साथ सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं और इनके लाभों को भी लोगों तक पहुँचा रहा है। उक्त उद्गार वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने 4 जुलाई को गाजीपुर में आयोजित ‘वित्तीय समावेशन मेला’ को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए व्यक्त किए। डाक अधीक्षक पीके पाठक ने पोस्टमास्टर जनरल और अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए गाजीपुर में डाक सेवाओं की प्रगति के बारे में जानकारी दी। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने इस अवसर पर ‘वित्तीय समावेशन मेला’ में सुकन्या समृद्धि योजना, महिला सम्मान बचत पत्र तथा डाक जीवन बीमा के लाभार्थियों को पासबुक व पॉलिसी बॉन्ड प्रदान किए। उत्कृष्ट कार्य करने वाले डाककर्मियों को सम्मानित कर उनकी हौसला अफजाई भी की। बेटियों को ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ की पासबुक वितरित करते हुए कहा कि इसके माध्यम से बेटियाँ आत्मनिर्भर बनेंगी तो ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना भी साकार होगी। पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि भारत सरकार की तमाम अग्रणी योजनाओं को डाकघरों के माध्यम से प्रमुखता से लागू किया गया है। डाक विभाग पत्र-पार्सल के साथ-साथ बचत बैंक, डाक जीवन बीमा, इण्डिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक, डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्र, आधार नामांकन एवं अद्यतनीकरण, कॉमन सर्विस सेंटर, डाक निर्यात केंद्र जैसे तमाम जनोन्मुखी कार्य कर रहा है। आईपीपीबी के माध्यम से डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक आज एक चलते फिरते बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं। सीईएलसी के तहत घर बैठे बच्चों का आधार बनाने, मोबाइल अपडेट करने, डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट, डीबीटी, बिल पेमेंट, एईपीएस द्वारा बैंक खाते से भुगतान, वाहनों का बीमा, स्वास्थ्य बीमा, दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसी तमाम सेवाएं आईपीपीबी द्वारा डाकिया के माध्यम से घर बैठे मुहैया कराई जा रही हैं। इस अवसर पर अधीक्षक डाकघर पी. के. पाठक, सहायक अधीक्षक संजय कुमार सिंह, उपमंडलीय निरीक्षक आशुतोष कुमार, विक्की कुमार, दिलीप पांडेय, अनिकेत रंजन, पोस्टमास्टर गाजीपुर प्रधान डाकघर पी. के. राय, सहित तमाम अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।