डिजिटल माध्यम अपनाने से समय एवं रेवेन्यू दोनों की होगी बचत - दयाशंकर सिंह लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा अब सभी अनुबंधो को डिजिटल माध्यम से निष्पादित किया जायेगा। परिवहन निगम डिजिटलीकरण की दिशा में लगातार अग्रसर है। उन्होंने बताया कि अनुबन्धों के निष्पादन एवं उनके प्रभावी मानीटरिंग के लिए आईओयूएक्स फर्म के साथ परिवहन निगम ने एमओयू हस्ताक्षरित किया है। उन्होंने बताया कि अभी तक निगम द्वारा अनुबन्धों को भौतिक रूप से डॉक्यूमेंट्स तैयार करके पूर्ण किया जाता रहा है। इससे जटिल पेपरवर्क के साथ-साथ समय और रेवेन्यू की हानि होती थी तथा एकरूपता का भी अभाव रहता था। परिवहन मंत्री ने बताया कि इस अनुबंध से चालक/परिचालक एवं अन्य कर्मचारियों को अनुबन्ध आधार पर आबद्ध किया जाना, विभिन्न ढाबा, कैन्टीन, रेस्टोरेंट्स, बस स्टेशन पर स्थित दुकानें इत्यादि के अनुबंध, निगम में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के साथ किये जाने वाले अनुबन्ध, बसों एवं स्टाफ कार इत्यादि के अनुबन्ध एवं अन्य प्रकार के सभी लीगल एवं कमर्शियल कॉन्ट्रैक्ट्स एवं डॉक्यूमेंट भौतिक रूप में ही सम्पादित किये जा रहे थे। उन्होंने बताया कि उपरोक्त सभी अनुबन्धों को निगम द्वारा अब स्मार्ट अनुबन्धों के रूप में कम्प्यूटराइज्ड माध्यम से किया जाएगा। जिससे न केवल पेपरवर्क में कमी आएगी अपितु निगम के व्यय और समय की भी बचत होगी। परिवहन मंत्री ने बताया कि इन सभी अनुबन्धों के कम्प्यूटराइज्ड रिकॉर्ड होनें तथा इनकी समयबद्ध मॉनीटरिंग होनें से निगम द्वारा किसी भी अप्रत्याशित हानि को रोका जा सकता है। जैसे-सप्लायर्स द्वारा दी गई बैंक गारंटी, डॉक्यूमेंट्स की समाप्ति तिथि की चेकिंग, ड्राइवरों, के ड्राइविंग लाइसेंस और कंडक्टर्स एवं अन्य कर्मचारियों के अन्य संबंधित डॉक्यूमेंट्स की एक्सपाइरी डेट की मॉनीटरिंग करना। जिसके अभाव में निगम को हानि होने की संभावना बनी रहती है। इस नई अनुबंध से निगम को अपने समस्त कार्य करने में अब आसानी होगी।