भारतीय परम्परा के मुताबिक कुंडली मिलाने के बाद ही रिश्ता पक्का होता है, कुंडली के नहीं मिलने पर अच्छे से अच्छे रिश्ते से मुंह फेर लिया जाता है। लेकिन आज भी लोग इस बात से हिचकिचाते हैं कि शादी से पहले कुछ मेडिकल टेस्ट करवाएं जाएं। लेकिन ये समझने की बात है कि यदि स्वस्थ्य शरीर होगा तभी जीवनसाथी के साथ खुशहाल जिन्दगी बिता पाएंगे। युवक-युवती की कुंडली मिलान जितना जरूरी है, उससे भी ज्यादा जरूरी है मेडिकल रिपोर्ट को मैच कराना कुंडली तो मिला ली, लेकिन क्या मेडिकल रिपोर्ट मैच की, हिचकिचाएं नहीं, स्वस्थ जीवन के लिए जरूरी है ये टेस्ट शादी से पहले युवक-युवती की कुंडली मिलान जितना जरूरी है, उससे भी ज्यादा जरूरी है मेडिकल रिपोर्ट को मैच कराना। इसलिए चिकित्सक कहते हैं कि सुखद भविष्य के लिए दूल्हा-दुल्हन को शादी से पहले कुछ मेडिकल टेस्ट करा लेने चाहिए। लेकिन हैरत की बात यह है कि इस बारे में कोई बात ही नहीं करना चाहता, लोग इन टेस्ट को करवाने में हिचकिचाते हैं, चिकित्सकों के मुताबिक शादी से पहले ये टेस्ट जरूर करवाएं। यदि शादी करने वाले युवक-युवती शारीरिक रूप से फिट रहेंगे तो फैमिली प्लानिंग से लेकर रिलेशनशिप सुखद रहेगी। एचआईवी टेस्ट शादी से पहले एचआईवी टेस्ट करना इसलिए जरूरी है, क्योंकि यदि एक को भी यह संक्रमण हुआ तो दूसरे की जिन्दगी खराब हो सकती है। इस टेस्ट को खराब नहीं मानना चाहिए, सजगता और समझदारी दिखानी चाहिए। बढ़ती उम्र में शादी के लिए ये टेस्ट जरूरी आजकल 30 के बाद शादियां हो रही हैं, कई मामलों यह उम्र 35 से 40 भी पहुंच रही हैं, ऐसे में अधिक उम्र में शादी करने वाले युवक—युवतियों को इनफर्टिलिटी टेस्ट कराना चाहिए। महिलाएं अपनी ओवरी की जांच जरूर करवाएं और पुरुष स्पर्म काउंट टेस्ट करवाएं। ताकि फैमिली प्लानिंग में बाधाएं न आएं। समय रहते ईलाज किया जा सके। एसटीडी टेस्ट यौन संचारित रोग (एसटीडी) टेस्ट भी करवाना चाहिए। ताकि शादी के बाद सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज का शिकार न हो। यह एक एक खतरनाक बीमारी है जिसका बचाव जरूरी है। ब्लड ग्रुप कम्पैटिबिलिटी टेस्ट अगर दोनों पति-पत्नी का ब्लड ग्रुप एक दूसरे के साथ कम्पैटिबल न हो तो प्रेग्नेंसी के दौरान समस्याएं आ सकती हैं। ऐसे में यह टेस्ट भी जरूरी है।