चंडीगढ़. पंजाब में अब तक पुलिस ने 78 खालिस्तानी समर्थकों को गिरफ्तार किया है, वहीं पुलिस को चकमा देकर वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह फरार हो गया है. पंजाब पुलिस की ओर से जारी किया गए आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वारिस पंजाब के खिलाफ राज्य में बड़ा ऑपरेशन शुरू किया गया है, जिसके दौरान इस संगठन के 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने अमृतपाल को भगोड़ा घोषित किया है. पंजाब पुलिस ने यह भी कहा है कि इस संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह फरार है और उसे पकडऩे के लिए ऑपरेशन जारी है. पुलिस ने इस दौरान बताया कि अमृतपाल के गुर्गों से आठ राइफल, एक रिवॉल्वर और कुछ अन्य तेज धारदार हथियार रिकवर किए गए हैं. पुलिस ने बताया है कि उसके साथ उसके साथी लवप्रीत तूफान और रंजीत सिंह भी फरार हो गए हैं. पुलिस ने खुलासा किया है कि वारिस पंजाब दे संगठन से जुड़े लोगों पर 4 क्रिमिनल केस हैं, जिसमें जातिगत सद्भाव बिगाडऩा, हत्या का प्रयास, पुलिस पर हमला और सरकारी काम में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं. पंजाब पुलिस ने जानकारी दी है कि 24 फरवरी 2023 को अजनाला में अमृतपाल सिंह के संगठन वारिस पंजाब दे एफआईआर 39 दर्ज की गई है, इसी मामले में पुलिस अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए ढूंढ रही है. पंजाब पुलिस ने इस दौरान यह चेतावनी भी दी है कि किसी को भी पंजाब में लॉ एंड ऑर्डर बिगाडऩे की इजाजत नहीं दी जाएगी. ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं पुलिस ने इस बात को माना है कि तमाम बंदोबस्त के बावजूद भी अजनाला कांड का मुख्य आरोपी अमृतपाल भागने में कामयाब हो गया और पुलिस का उसे पकडऩे के लिए चलाया गया ऑपरेशन फेल हो गया. अमृतपाल सिंह के साथ में उसके दो साथी लवप्रीत तूफान और रंजीत सिंह भी अंडरग्राउंड हुए हैं. पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए जालंधर और आसपास के इलाकों में कई पुलिसकर्मी तैनात किए थे इसके बावजूद वह फरार होने में कामयाब हो गया.