उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीर्थराज प्रयागराज के संगमतट पर कुम्भ को लेकर दुनिया का ध्यानाकर्षण कर रहे थे तो कान्हा के मथुरा के जंगलों में मिले दर्जनों गौवंश के शव देख आहत गौभक्तों को योगी की पुलिस लाठियां वर्षा कर रौंद रही थी। इस संदर्भ में जब दोका सामना ने मथुरा के पुलिस अधीक्षक से संपर्क करना चाहा तो उनके पीआरओ ने मोबाइल उठाया और शाम 7 बजे से लेकर खबर लिखने तक दोबारा उन्होंने फोन नहीं उठाया।यही नहीं घटनास्थल से संबंधित थानेदार भी प्रेस नोट भेजने के नाम पर केवल टरकाते रहे। जबकि उत्तर प्रदेश के पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने घटना का संज्ञान लेने के बाद जिलाधिकारी को पूरे प्रकरण के जांच का आदेश दिया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि सोमवार से चलने वाले विधानसभा सत्र में इस मामले को उठाऊंगा।
बता दें कि मथुरा स्थित थाना जैंत क्षेत्र अंतर्गत पीएमवी के जंगलों में दर्जनों मृत गाय के अवशेष मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे गौ भक्तों ने मथुरा वृन्दावन मार्ग के दोनों ओर मृत गायों के अवशेष रखकर रोड को बिल्कुल जाम कर दिया। सड़क पर बैठे गौ भक्तों ने गौशाला संचालकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। गौ भक्तों ने आरोप लगाया कि गौशाला संचालक मृत गायों के अवशेषों को भूमि में दबाने की बजाये यहां जंगल में फिंकवा देते हैं। जिसके चलते मृत गायों की दुर्दशा हो रही है। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने जब मृत गायों की स्थिति को देखा तो उनसे आने वाली गंध के कारण उन्हें नाक पर रुमाल रखना पड़ा। आक्रोशित गौ भक्त सुबह 10 बजे से थाना जैंत की नयति पुलिस चौकी क्षेत्र स्थित मथुरा वृन्दावन रोड पर जाम लगाकर बैठ गए।कहा जा रहा है कि अधिकारियों के लाख समझाने के बाबजूद भी दोपहर के तीन बजे तक वे लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे और जाम लगाये रहे। गौ भक्त दोषियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। गौ भक्तों द्वारा रोड ब्लॉक करने के कारण मार्ग के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। यात्री मथुरा से वृन्दावन और वृन्दावन से मथुरा जाने के लिए विवश दिखाई दिए।
काफी समय बाद अधिकारियों ने वृन्दावन के पशु चिकित्साधिकारी को मौके पर बुलाया। डॉक्टर राकेश तिवारी मृत गायों के टैग एकत्र कर पता लगाने की कोशिश में लग गए कि आखिर यह मृत गाय किस गौशाला की हैं। अधिकारियों ने मृत गायों को भूमि में दबाने के लिए मौके पर नगर निगम से दो जेसीबी मशीन और नमक भी मंगवा लिया। लेकिन गौ भक्तों ने उन्हें जंगल में प्रवेश ही नहीं करने दिया। वे लोग जेसीबी के आगे झुंड बनाकर खड़े हो गये।
इसके बाद जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह और पुलिस कमांडर शैलेश कुमार पांडेय भी मौके पर आ गये। प्रशासन के अनुसार गौ भक्तों की भीड़ में घुसे कुछ उपद्रवी युवक किसी भी बात पर रोड खोलने को तैयार नहीं हुए।वह अन्य लोगों को भड़काने का प्रयास करने लगे।जब पुलिस के सामने सिवाय लाठी चार्ज के कोई विकल्प नहीं बचा तब जाकर आलाधिकारियों के निर्देश पर रोड ब्लॉक कर रहे युवकों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ना शुरू किया। रोड खुलने के बाद करीब पांच घंटे से परेशान यात्रियों ने राहत की सांस ली। रोड जाम कर रहे लोगों से पुलिस ने चार को हिरासत में लेकर थाना जैंत भेज दिया।
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