हिरासत की मौत में यूपी पहले स्थान पर-प्रियंका
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।राजधानी के चिनहट थाने में मोहित पांडेय नामक युवक की मौत से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है। लॉकअप में तड़प रहे मोहित के सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि उसकी हालत शनिवार को ही बिगड़ गई थी। इसके बाद ही उसे अस्पताल ले जाया गया था। लॉकअप में मौजूद दूसरे लोग उसकी मदद करते दिखते हैं। इस मामले को लेकर पुलिस कठघरे में है। रविवार को मोहित की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बाहर रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू किया था। रोड जाम ख़त्म कराने के लिए पुलिसकर्मियों से परिजनों की तीखी नोंकझोक हुई थी। जिसके बाद लखनऊ कमिश्नरी के पूर्वी जोन के साथ साथ नार्थ,सेंट्रल और साउथ जोन के पुलिस अधिकारियो के साथ 7 थानों की फाॅर्स मौके पर स्थिति को काबू करने के लिए भेजा गया।परिजनों ने मांग की मोहित के शव को उन्हें दिखाया जाए लेकिन पुलिस ने कानून-व्यवस्था के चलते मना कर दिया। इसके बाद रामदेश पांडेय ने चिनहट में तैनात एसएचओ समेत अन्य पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्यवाई की मांग करते हुए दोषियों को सजा देने की मांग की।इसके बाद सुबह आरोपी इंस्पेक्टर समेत पांच के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। बता दें कि मोहित (32) विभूतिखंड के विभवखंड 4 में परिवार संग रहता था। चिनहट के देवा रोड स्तिथ जैनाबाद गांव में स्कूल ड्रेस का कारोबार करता था। परिजनों ने बताया कि शुक्रवार देर शाम करीब 9 बजे एक विवाद में मोहित पांडेय को चिनहट पुलिस कोतवाली लाई थी। रात में मोहित की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उसे राम मनोहर हास्पिटल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक की पत्नी और परिजनों का कहना है कि उन्हें थाने में मिलने तक नहीं दिया गया। भाई शोभाराम चिनहट थाने में पुलिस से छोड़ने की विनती लेकर गया तो उसे भी बैठा लिया और फिर रात भर टॉर्चर किया गया।
इस दौरान पहुंची सपा नेता पूजा शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं भाजपा विधायक योगेश शुक्ला मोहित के घर पहुंचे और परिवार को 1 लाख की आर्थिक सहायता दी।
मृतक की मां तपेश्वरी देवी ने दोषियों को सख्त सजा, बहू को 50 लाख रुपए तथा नौकरी देने की सरकार से मांग की है। परिवार की मदत के लिये धरने में पहुंची समाजवादी पार्टी की नेता पूजा शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान पुलिस की लोगों से काफी धक्कामुक्की हुई।बताते हैं कि कुछ परिजनों को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। जब प्रशासन ने परिजनों को संतोषजनक अस्वासन दिया तो धरना समाप्त कर दिया गया। उसके बाद मोहित पांडेय के शव को घर पहुंचा दिया गया। जिसके बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। चिनहट थाने मे दर्ज मुकदमे की विवेचना अब थाना प्रभारी विभूति खंड सुनील कुमार सिंह को मिली है। सुनील कुमार जांच करने के लिए रविवार को थाना चिनहट पहुंचे। थाने के लॉकअप का मुआयना किया तथा वहां पर मौजूद सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से जांच पड़ताल की जा रही है।
प्रियंका और अखिलेश ने किया हमला
इस घटना पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा कि “यूपी में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया और अगली सुबह एक की मौत हो गई। एक पखवाड़े में यूपी पुलिस की हिरासत में यह दूसरी मौत है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके बेटे की हत्या कर दी।यूपी हिरासत में होने वाली मौतों के मामले में पूरे देश में पहले स्थान पर है। प्रदेश में भाजपा ने ऐसा जंगलराज कायम किया है जहां पुलिस क्रूरता का पर्याय बन चुकी है।
जहां कानून के रखवाले ही जान ले रहे हों, वहां जनता न्याय की उम्मीद किससे करे?
जबकि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने एक्स एकाउंट पर लिखा कि “राजधानी में पिछले 16 दिनों में पुलिस ‘हिरासत में मौत (हत्या पढ़ा जाए)’ का दूसरा समाचार मिला है।नाम बदलने में माहिर सरकार को अब ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘अत्याचार गृह’ रख देना चाहिए। पीड़ित परिवार की हर माँग पूरी की जाए, हम उनके साथ हैं।
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