लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालिका शिक्षा और और उनके सशक्तिकरण पर अधिक फोकस किया है। प्रदेश में कई योजनाएं ऐसी चल रही है जिनमे बालिकाओं के चहुमुखी विकास पर ध्यान दिया जा रहा है ,उसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी ने अब यूपी के परिषदीय विद्यालयों में बालिकाओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें उनके कठिन दिनों में सैनिटरी पेड उपलब्ध कराने के लिए अधिकारीयों को निर्देश दिए है।
आपको बता दें कि इन विद्यालयों में पढ़ाई करने वाली अधिकांश छात्राएं ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। उन्हें सेनेटरी पैड और उसके उपयोग के बारे में कम जानकारी है। योगी सरकार का यह कदम बालिकाओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए एक ठोस पहल माना जा रहा है।
बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के निर्देश पर सेनेटरी पैड की खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
यूपी के 535 विद्यालयों में पढ़ने वाली कुल 36,772 छात्राओं के लिए 110.316 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई है। यह धनराशि संबंधित विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा खर्च की जाएगी। वर्ष 2024-25 में चयनित पीएमश्री योजना से लगभग 535 उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। ये सभी छात्राएं कक्षा 6 से 8 में अध्ययनरत हैं।
, सेनेटरी पैड की खरीद और वितरण के लिए विद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक, महिला शिक्षिका, आईसीडीएस सुपरवाइजर और एक एएनएम सदस्य के रूप में शामिल होंगी।
यह योजना न केवल बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कक्षा 6 से 8 की छात्राओं की नियमित उपस्थिति और उनकी शिक्षा में सुधार होने की उम्मीद है।