लखनऊ। 19 दिसंबर 2019 को पुराने लखनऊ के कई क्षेत्रों में हजारों की भीड़ ने ऐसा तांडव मचाया था कि उपद्रवियों के आगे लखनऊ पुलिस प्रशासन बेबस नजर आ रहा था। हर तरफ अराजकता फैली हुई थी। सीएए का विरोध कर रही उन्मादी भीड़ पुलिस थाना, पार्क, सार्वजनिक वाहनों, मीडिया की गाड़ियों को आग के हवाने कर रही थी, और पुलिस बेबस होेकर बस तमाशा देख रही थी। 19 दिसंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन और आगजनी मामले की पहली सुनवाई गुरुवार को अपर जिलाधिकारी टांसगोमती विश्व भूषण मिश्र की कोर्ट में सुनवाई हुई।