स्वच्छ भारत मिशन में उल्लेखनीय प्रगति पर दी शाबासी किन्तु सड़को के गड्ढे न भरे जाने पर हुए खफा बृजेश चतुर्वेदी/कन्नौज। आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत फर्जी गोल्डन कार्ड किसी भी दशा में न बनाये जाये। कैम्प लगाकर गोल्डन कार्ड बनाने में तेजी लायी जाये तथा आयोजित कैम्प के संबंध में संबंधित उपजिलाधिकारी एंव खण्ड विकास अधिकारी को जानकारी हर संभव मुहैया करायी जाये। यह निर्देश आज मुख्य कार्यपालक अधिकारी उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण एवम जिले के नोडल अधिकारी अनिल गर्ग ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित विकास समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुये संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होनें क्रमशः आयुष्मान भारत, स्थायी तथा अस्थायी गौवंश आश्रयों, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री शहरी एंव ग्रामीण आवास, पेयजल, ओडीआर, एमडीआर, नई सड़कों का निर्माण, पेंशन, छात्रवृत्ति, नलकूप, सिचाई आदि से संबंधित कराये जा रहे कार्यों की गहन समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि सभी विभाग अपने-अपने लक्ष्य की पूर्ति शत-प्रतिशत सुनिश्चित करें। उन्होनें अस्थायी गौवंश आश्रयों में पल रहे पशुओं को सर्दी के बचाव एवं भूसे चारे आदि की व्यवस्था के संबंध में जानकारी की, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी गौवंश आश्रयों में त्रिपाल के माध्यम से सर्दी बचाव हेतु सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित करते हुये भूसा चारे आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करायी जा रही है तथा नियमित रूप से पशुओं की जांच भी करायी जा रही है। उन्होनें आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 1 लाख 18 हजार 6 सौ 80 के सापेक्ष 68 हजार 1 सौ 99 गोल्डन कार्ड बनाये जाने की दशा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि इस कार्य में तेजी लाते हुये सचिव, एएनएम, आशा बहुओं एंव खण्ड विकास अधिकारी से सामजस स्थापित कर अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाये जाये तथा प्रतिदिन की प्रगति जिलाधिकारी को भी प्रस्तुत की जाये। उन्होनें कहा कि यदि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एक दिन में 100-100 गोल्डन कार्ड बनाये जाते है तो प्रतिदिन 11 सौ गोल्डन कार्ड बन सकते है। उन्होनें जिला पूर्ति अधिकारी से भी आधार सीडिंग तथा ई-पाॅस के माध्यम से राशन वितरण की जानकारी करते हुये निर्देश दिये कि फीडिंग की कार्यवाही में तेजी लाते हुये राशन वितरण की कार्यवाही शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाये। श्री गर्ग ने स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत निर्देशित करते हुये कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से