भोपाल: क्या धर्म की ऐजेंसी बीजेपी के पास है? कांग्रेस के पूजा पाठ करने पर बीजेपी के पेट में दर्द क्यों होता है? ये सवाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूछे हैं! दरअसल, भोपाल के मिंटो हॉल में हुए हनुमान चालीसा के सवा करोड़ जाप को लेकर राकेश सिंह ने कहा था कि- ऐसे आयोजन लोगों को भ्रमित करने के लिए किए जा रहे हैं, लेकिन जनता भ्रमित नहीं होगी! गांधीजी की पुण्यतिथि पर भोपाल में हनुमान चालीसा के जाप को लेकर उठाए गए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के सवालों का सीएम कमलनाथ ने जवाब देते हुए पूछा कि- क्या धर्म की ऐजेंसी बीजेपी के पास है? कांग्रेस के पूजा पाठ करने पर बीजेपी के पेट में दर्द क्यों होता है? खबर है कि सीएम कमलनाथ का कहना था कि मैं उनके बारे में कोई टिप्पणी नहीं करता. हम सब धर्म प्रेमी हैं. पता नहीं बीजेपी के लोगों के पेट में दर्द क्यों होता है? सीएम कमलनाथ का कहना था कि कांग्रेस के नेता मंदिर जाते हैं या धार्मिक आस्था को लेकर कुछ कहते हैं तो बीजेपी वालों के पेट में दर्द होता है. क्या बीजेपी वालों ने धर्म की एजेंसी ले रखी है? उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी धर्म को राजनीति के लिए इस्तेमाल नहीं करती! ऐसे मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया होनी ही थी, लिहाजा उन्होंने भी कहा- अगर बीजेपी ये कहती है कि हनुमान चालीसा का जाप लोगों को भ्रमित करने के लिए किया जा रहा है तो उन पर धिक्कार है. हनुमान चालीसा का राजनीति से कोई लेना देना नहीं है. दिलचस्प बात यह है कि उधर, मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का कहना है कि- सरकार के रामपथ के विकास से लेकर श्रीलंका में सीता मंदिर और सुंदरकांड का पाठ कराने के काम तारीफ के काबिल हैं. आज देश को जरुरत सनातन संस्कृति को बचाने की और मूल संस्कृति की तरफ लौटने की है और सरकार के इस दिशा में उठाए गये कदम प्रशंसा वाले हैं! लेकिन, खबर है कि राज्यपाल ने नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध पर चिंता जताई है और कहा है कि- जब कोई प्रस्ताव संसद में दो तिहाई बहुमत से पारित हुआ हो तो उसका पालन होना चाहिए. राज्य सरकार के सीएए के खुलकर किए जा रहे विरोध पर उनका कहना था कि विरोध करना संवैधानिक अधिकार है लेकिन इसमें भी संविधान की मर्यादा का ध्यान रखा जाना चाहिए. अलबत्ता, महात्मा गांधी को लेकर मचे सियासी घमासान पर राज्यपाल ने कहा है कि महात्मा गांधी के विचारों को नकारा नहीं जा सकता. एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने सरकार के सनातन धर्म को लेकर किए जा रहे कामों की प्रशंसा की, तो कांग्रेस सरकार के मंत्री खुश हैं. एमपी के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि राज्यपाल ने 26 जनवरी पर भी सरकार के कामकाज की तारीफ की थी. राज्यपाल संजीदा नेता रहे हैं और गुण-दोष के आधार पर राज्यपाल ने सरकार के कार्यों की तारीफ की है! परन्तु, बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना था कि- राज्यपाल ने उनकी सरकार के कामकाज की तारीफ की जरूर की है, लेकिन सरकार इतने प्रोपेगंडा कर जनता के सवालों से बच नहीं सकती है? राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नए राजनीतिक समीकरण में बीजेपी के करीब आए मुस्लिम तो अब दूर हो रहे हैं और यदि कांग्रेस का साफ्ट हिन्दूत्व असरदार होने लगा तो बीजेपी के लिए अपना वोटबैंक बचाना मुश्किल हो जाएगा!