नई दिल्ली :सेंसेक्स और आम बजट अच्छों-अच्छों के पल्ले नहीं पड़ता, तो आम आदमी को क्या समझ आएगा? लेकिन, सेंसेक्स के संकेतो से यह जाना जा सकता है कि आम बजट कैसा है? खबर है कि.... आम बजट से शेयर बाजार खुश नहीं है, लिहाजा बजट में सरकार ने डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स को खत्म करने के अलावा इनकम टैक्स स्लैब पर बड़े परिवर्तन करने के बावजूद बाजार का जोश ठंडा पड़ा है! नतीजा? बाजार बंद होने से पहले सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा लुढ़क गया! खबरों पर भरोसा करें तो शेयर बाजार के कारोबार की शुरुआत मिलेजुले रुख के साथ हुई थी. सेंसेक्स बढ़त के साथ तो निफ्टी लाल निशान पर खुला था, लेकिन शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट बढ़ने लगी थी. दोपहर पौने दो बजे के करीब बीएसई का प्रमुख इंडेक्स 717.04 अंक गिरकर 40,006.45 के स्तर पर नजर आया. हिंदुस्तान यूनिलिवर, इन्फोसिस, टीसीएस और एचसीएल टेक के शेयर हरे जोन में थे. निफ्टी में 170 अंकों की गिरावट थी. इंडेक्स उस वक्त 12,000 के सपॉर्टिंग लेवल को तोड़कर 11,791.45 पर ट्रेड करता नजर आया था. जहां दोपहर तीन बजे के आसपास सेंसेक्स 845 अंकों की गिरावट के साथ 40 हजार के नीचे 39878 पर ट्रेड कर रहा था, वहीं निफ्टी भी 254 अंकों की गिरावट के साथ 12 हजार के नीचे 11708 पर ट्रेड कर रहा था! खैर, आम बजट के नतीजे चाहे जो हों, पर नीयत अच्छे दिनों की है.... व्यक्तिगत नजरिए से देखें तो वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आयकर कानून के कुछ सेक्शंस के तहत टैक्स छूट नहीं लेने पर एक नए टैक्स स्लैब और नए टैक्स रेट से टैक्स देने का विकल्प दिया है. इस बजट में शिक्षा के लिए 99,300 करोड़ रुपये और 3,000 करोड़ स्किल डिवेलपमेंट के लिए आवंटित किए गए हैं. यही नहीं, वित्तमंत्री ने जल्दी नई शिक्षा नीति का ऐलान करने की बात भी कही। है. सेहत पर नजर डालें तो वित्तमंत्री का कहना था कि 69 हजार करोड़ रुपये हेल्थ सेक्टर के लिए प्रस्तावित हैं, जिसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 6,400 करोड़ रुपये भी शामिल हैं. इन्फास्ट्रक्चर की बात करें तो अगले पांच साल में 100 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा. देशभर में राजमार्गों का जाल फैलाने के लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है. केंद्रीय बजट में रेलवे को 70,000 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता प्रस्तावित की गई है और इस वर्ष के दौरान रेलवे के लिए कुल 1.61 लाख करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का प्रावधान रखा गया है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट में 2,500 करोड़ रुपये के खर्च का प्रावधान रखा है. खास बात यह कि गांव-गांव ब्रॉडबैंड पहुंचाने की योजना भारत नेट का और विस्तार होगा, जिसके लिए अगले वित्त वर्ष में 6,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे! सियासी सयानों का मानना है कि बजट में सुंदर-सुंदर सपने हैं, ढेरों मीठी-मीठी बाते हैं, लेकिन.... सपने तो सपने हैं आखिर, इसलिए.... बाते हैं, बातों का क्या?